भारत के लिए सफल रही ‘प्रचंड’ की टेस्टिंग, जानें क्यों है खास एयरफोर्स का नया हेलिकॉप्टर

Published
Indian Army

भारतीय सेना (Indian Army) ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करते हुए प्रचंड हेलीकॉप्टर की हाई एल्टीट्यूड में फायरिंग का सफल परीक्षण किया है. जो कि सरकार के मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत अभियान के लिए भी बड़ी उपलब्धि है, क्योंकि प्रचंड हेलीकॉप्टर का निर्माण भारत में ही किया गया है. भारतीय सेना ने सोशल मीडिया पर वीडियो साझा कर बताया कि इससे भारतीय सेना की युद्ध की तैयारियां भी मजबूत होंगी.  

इसलिए खास है प्रचंड हेलीकॉप्टर

दरअसल, प्रचंड एक हल्का लड़ाकू हेलीकॉप्टर है, जो पांच हजार मीटर की ऊंचाई पर हथियारों और ईंधन के काफी भार के साथ भी उड़ान भरने और लैंड करने में सक्षम है. यह हेलीकॉप्टर रडार से बचाव के लिए डिजाइन किया गया है. यह हेलीकॉप्टर काउंटर मेजर डिस्पेंसिंग सिस्टम से लैस है जो इसे दुश्मन की रडार से बचाता है. इस हेलिकॉप्टर का निर्माण हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड ने किया है. इसमें फ्रांस के इंजन लगे हैं. (Indian Army)

क्या सच में कर्नाटक सरकार देने जा रही है Muslim को 4% आरक्षण, अब CMO ने दिया जवाब

ठंडे ऊंचे पहाड़ी इलाकों में भी कर सकता है काम

साल 1999 में हुए कारगिल युद्ध के दौरान पहली बार ऐसे स्वदेशी हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर की जरूरत महसूस की गई थी, जो कि भारतीय सीमा से सटीक हमले कर सके. प्रचंड हेलीकॉप्टर रेगिस्तान की भीषण गर्मी के साथ ही बेहद ठंडे ऊंचे पहाड़ी इलाकों में भी काम कर सकता है. सरकार ने अक्टूबर 2006 में एलसीएच प्रचंड परियोजना को मंजूरी दी थी.

CM Yogi on Kharge: खरगे के बयान पर CM योगी का पलटवार