नई दिल्ली/डेस्क: इजराइली सेना ने लेबनान से आई रॉकेट गोलियों के जवाब में भारी शेल्टर कार्रवाई की है। इजराइली सेना ने बताया कि रविवार की शाम को लेबनान से 9 रॉकेट इजराइली क्षेत्र में आए, जिनमें से 5 को रोक लिया गया।
अब इजराइली सेना लेबनान में उन रॉकेट लॉन्च साइट्स को निशाना बना रही है, जहां से ये रॉकेट छोड़े गए थे। इस बीच, संयुक्त राष्ट्र शांति सेना में शामिल भारतीय सुरक्षाबलों को इजराइल और लेबनान की दक्षिणी सीमा पर तैनात किया गया है, क्योंकि हिजबुल्लाह और इजराइली सेना के बीच तनाव बढ़ गया है।
लेबनान में यूनाइटेड नेशंस पीसकीपिंग मिशन (UN Peacekeeping Mission) में 8000 भारतीय सैनिक हैं। भारतीय सैनिकों को इजराइल और लेबनान की सीमा पर देखा गया है, लेकिन उन्होंने प्रोटोकॉल के आधार पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। ये सैनिक यूनाइटेड नेशंस के शांति मिशनों में शामिल हैं, जिनका उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा को बनाए रखना है।
लेबनान में भारतीय सैनिकों की तैनाती का कारण यह है कि वे यूनाइटेड नेशंस इंटरिम फोर्स इन लेबनान (UNIFIL) का हिस्सा हैं। UNIFIL की स्थापना 1978 में हुई थी और इसका मुख्य उद्देश्य दक्षिणी लेबनान से इजराइली सेना की वापसी की पुष्टि करना और अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा बनाए रखना था।
UNIFIL को विभिन्न शक्तियां प्राप्त हैं, जैसे कि वह लेबनानी सरकार के साथ मिलकर मिलिट्री ऑपरेशन कर सकता है और अन्य कार्रवाई कर सकता है। UNIFIL के पास सीमाओं की सुरक्षा और संशोधन करने की शक्ति भी हासिल है।
लेखक: करन शर्मा