ग्रेटर नोएडा में 1500 करोड़ की लागत से बनेगा औद्योगिक पार्क, 20 हजार लोगों को मिलेगा रोजगार

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गौतमबुद्धनगर/उत्तर प्रदेश: ग्रेटर नोएडा में रियल्टी फर्म शाकुंतलम लैंड क्राफ्ट करीब 1500 करोड़ रुपए के निवेश से एक औद्योगिक पार्क स्थापित करेगी। इसमें 600 से ज्यादा अति सूक्ष्म लघु एवं मझौली एमएसएमई इकाइयों को जगह दी जाएगी। यानी यहां पर करीब 600 औद्योगिक कंपनियां स्थापित होगी, जो एक ही परिसर में होगी।

यहां बनेगा औद्योगिक पार्क

शाकुंतलम लैंड क्राफ्ट के डायरेक्टर आशीष गुप्ता ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार की 1 ट्रिलियन इकॉनमी और मेक इन इंडिया की पहल को हमारी योजना आगे बढ़ाएगी। उन्होंने बताया कि यह औद्योगिक पार्क सूरजपुर में स्थित उस जमीन पर विकसित किया जाएगा जहां पर कभी कोरियाई कंपनी देबू मोटर का विनिर्माण संयंत्र हुआ करता था।

इस निवेश के बाद रोजगार के करीब 25 हजार अवसर पैदा होंगे

उन्होंने बताया कि हमने ग्रेटर नोएडा के सूरजपुर में स्थित 204 एकड़ जमीन नीलामी में करीब 359 करोड़ रुपए में खरीदी है। इस जमीन पर हम औद्योगिक पार्क बनाने की योजना बना रहे हैं। करीब 1500 करोड़ रुपए के निवेश से यह औद्योगिक पार्क तैयार होगा। जहां पर करीब 600 एमएसएमई इकाइयां मौजूद होंगी।

उन्होंने बताया कि इस औद्योगिक पार्क से रोजगार के करीब 25000 अवसर पैदा होंगे। इस औद्योगिक पार्क के विकास में करीब 2 वर्ष का वक्त लगेगा। उन्होंने बताया कि यहां पर करीब 25000 करोड़ का निवेश होगा।

600 हाई टेक कंपनियां लोगों को देंगी काम

उन्होंने आगे कहा कि सरकार लगातार मेक इन इंडिया और न्यू इंडिया की बात कर रही है। यह योजना इस नए भारत के सपने को साकार करेगी, जहां पर 600 हाई टेक इंड्रस्टी एक साथ मौजूद होंगी और जिसमें लोगों को रोजगार भी मिलेगा।

शकुंतलम लैंड क्राफ्ट ने निलामी में खरीद ली है ये जमीन

उन्होंने बताया कि इस भूखंड को सबसे पहले 1980 में डीसीएम टोयोटा को आवंटित किया गया था, लेकिन 1990 में इसे देबू मोटर को सौंप दिया गया था। वर्ष 2008 में पैन इंडिया ने इसे खरीदा, लेकिन पूरे पैसे नहीं दे पाई। जिसकी वजह से वह 2016 में अपना कब्जा गवा बैठी। इसके बाद वर्ष 2018 में जमीन पर बनी संयंत्र एवं मशीनरी को कबाड़ के रूप में बेच दिया गया और खाली जमीन की बिक्री के लिए 10 बार नीलामी की गई। आखिरकार अगस्त 2023 में शकुंतलम लैंड क्राफ्ट ने बोली लगाकर इसे खरीद लिया।

इस योजना के बाद प्रदेश के विकास में पंख लगेंगे। लोगों को रोजगार मिलेगा और उत्तर प्रदेश में निवेश बढ़ेगा। इसके अलावा मैन्युफैक्चरिंग भी बढ़ेगी।