नई दिल्ली/डेस्क: बुधवार को ईरान के करमान शहर में हुए दो धमाकों की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट ने ली है। इन विस्फोटों में 103 लोगों की मौत हुई थी, जबकि 188 लोग घायल बताए गए थे। आईएससी ने बताया कि हमले दो आत्मघाती हमलावरों द्वारा किए गए, जिनका नाम उमर अल-मुवाहिद और सैफुल्ला अल-मुजाहिद है। इस्लामिक स्टेट का दावा है कि यह हमला “और जहां कहीं भी उन्हें पाएं उन्हें मार डालो” का हिस्सा है।
ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी ने इन विस्फोटों के लिए इजरायल को जिम्मेदार ठहराया था और उन्होंने इजरायल को चेतावनी दी कि इस अपराध के लिए भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। ईरान ने विस्फोट को आतंकी हमला बताया है। दोनों देशों के बीच पुरानी दुश्मनी है और हाल के गाजा युद्ध के कारण इस दुश्मनी ने और भी बढ़त ली है। ईरान ने कई बार इजरायल का अस्तित्व मिटाने की धमकी भी दी है।
इस हमले का संदेश यह है कि आतंकवादी समूह इस्लामिक स्टेट अब भी सक्रिय है और खतरा बना रहता है। इस घटना से ईरान की सुरक्षा में चुनौती बढ़ गई है और यह दोनों देशों के बीच तनाव को और भी बढ़ा सकता है।
लेखक: करन शर्मा