तेहरान: तेहरान में हमास के प्रमुख इस्माइल हानिया की हत्या के बाद से मध्य-पूर्व में स्थिति बेहद तनावपूर्ण हो गई है। ईरान ने इजरायल पर हमले की धमकी दी है और अमेरिका तथा अरब देशों के तनाव कम करने के प्रयासों को खारिज कर दिया है।
द वाल स्ट्रीट जर्नल (WSJ) के अनुसार, ईरान ने साफ तौर पर कहा है कि वह इजरायल पर हमला करने के लिए तैयार है, भले ही इससे युद्ध छिड़ जाए। ईरान और उसके प्रॉक्सी के बीच इजरायल पर हमले की तैयारी की खबरें आ रही हैं, जबकि इजरायल भी अपनी सुरक्षा को लेकर सजग है। हानिया की हत्या के बाद ईरान ने इजरायल को इस हमले का जिम्मेदार ठहराया है।
चाहे इसका परिणाम युद्ध ही क्यों न हो
जॉर्डन और लेबनान के कूटनीतिक प्रयासों के बावजूद, ईरान अपने आक्रामक रुख पर अड़ा है। रिपोर्ट्स के अनुसार, जॉर्डन और लेबनान के विदेश मंत्रियों ने तनाव कम करने के प्रयास में ईरान की यात्रा की, लेकिन ईरान ने उनकी कोशिशों को खारिज कर दिया। ईरान का कहना है कि वह इजरायल के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करेगा, चाहे इसका परिणाम युद्ध ही क्यों न हो।
इस बीच, इजरायल ने भी अपनी सुरक्षा तैयारी को बढ़ा दिया है। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सुरक्षा प्रमुखों के साथ बैठक की, जिसमें ईरान और उसके प्रतिनिधियों की ओर से संभावित हमलों की प्रतिक्रिया पर चर्चा की गई। इजरायल का कहना है कि उसे अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि हमला किस प्रकार किया जाएगा, लेकिन वह हमलों को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठा रहा है।
अमेरिका का हस्तक्षेप
अमेरिका ने भी स्थिति को नियंत्रित करने के प्रयास किए हैं। अमेरिकी अधिकारियों ने यूरोपीय देशों से आग्रह किया है कि वे ईरान से तनाव कम करने के लिए कहें। अमेरिका ने चेतावनी दी है कि ईरान की किसी भी आक्रामक कार्रवाई से राष्ट्रपति महमूद पेजेशकियान की पश्चिम के साथ संबंध सुधारने की कोशिशों को नुकसान पहुंच सकता है। अमेरिका ने ईरान से भी तनाव कम करने का अनुरोध किया है।
लेबनान के हिजबुल्लाह द्वारा संभावित हमलों को देखते हुए, कई देशों ने अपने नागरिकों को लेबनान छोड़ने की सलाह दी है। इस संकटपूर्ण स्थिति में सभी पक्षों से संयम और कूटनीतिक समाधान की उम्मीद की जा रही है।