नई दिल्ली/डेस्क: हमास और इजरायली सेना के बीच जंग जारी है. और इस झड़प में, अमेरिका और ब्रिटेन ने इजराइल का समर्थन किया है, जबकि हमास को अरब देशों का साथ मिल रहा है। और अब हमास आतंकियों के प्रति हमदर्दी रखने वाले ईरान के फिर खतरनाक मंसूबे सामने आए हैं।
ईरान के स्टेट टेलीविज़न ने इजराइल को खुली धमकी दी है कि अगर आईडीएफ (IDF) ने गाजा पट्टी में हमास के खिलाफ हमले करना बंद नई किया, तो इजराइल को अपनी सीमाओं पर कई तरीकों से हमले का सामना करना पड़ेगा।
इन 14 दिनों के दौरान, हमास ने इजराइल पर 7000 रॉकेट दागे हैं, जबकि इजराइल ने गाजा पर 9000 बम गिराए हैं। इस्राल ने गाजा के 30% घरों को पूरी तरह तबाह कर दिया हैं।साथ ही, इजरायल, हमास के अब तक 9 कमांडर को ढेर कर चुका है। अमेरिका जैसा सुपरपावर भी इजराइल को हथियारों की मदद कर रहा है।
ईरान ने धमकी देते हुए बतया कि दक्षिण से यमन में हौथिस, पूर्व से सीरिया में सीरियाई, पश्चिम में इराक से मिलिशिया और उत्तर से लेबनान में हिजबुल्लाह मिसाइलों और ड्रोन के साथ इज़रायल पर हमला शुरू करेंगे और इस हमले से इजरायल की हर ओर से घेराबंदी हो जाएगी।
ईरान का दावा है कि यमन में हौथिस के पास 1200 मील से अधिक दूरी तक मार करने वाली मिसाइलें हैं। और लेबनान में हिजबुल्लाह के पास advanced मिसाइलों का भंडार है जो भूमध्य सागर (Mediterranean Sea) में इजरायली warships के साथ-साथ उसके शहर तेल अवीव को भी निशाना बना सकता है।
इससे पहले भी इजराइल पर जून 1967 में अरब देशों मिस्र, सीरिया और जॉर्डन ने हमला कर दिया था और 6 दिनों में ही इन देशो को इजराइल से मुंह की खानी पड़ी थी और इस जंग के नतीजे ऐतिहासिक रहे थे.
लेखक: करन शर्मा