नई दिल्ली: इजरायल ने फिलिस्तीनी पत्रकारों के खिलाफ यह आरोप लगाते हुए सख्त कार्रवाई की मांग की है कि हमास आतंकवादियों के हमलों को कवर करने गए पत्रकारों को हमले के बारे में पहले ही पता था। यही कारण है कि जैसे ही हमास के आतंकवादियों ने हमला करना शुरू किया, गाजा में फिलिस्तीनी पत्रकारों (गाजा पत्रकारों) ने तुरंत तस्वीरें लीं और उन्हें प्रकाशित किया।
मिडिया से मिली जानकारी के अनुसार, इस पर इजरायल सरकार का कहना है कि, “हमास के आतंकवादियों ने 7 अक्टूबर को इज़राइल पर हमला किया। उस समय फोटो जर्नलिस्ट वहां मौजूद थे और सब कुछ रिपोर्ट कर रहे थे। उन्हें कैसे पता चला कि हमला ठीक उसी समय होगा? उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मीडिया के साथ मिलकर रिपोर्ट की। उन्हें निश्चित तौर पर इन हमलों के बारे में पहले से पता था। उन्होंने अपने पेशेवर मूल्यों को त्याग कर ऐसे नरसंहार को बारीकी से कवर किया।”
छह लोगों पर निगरानी..
इजराइली सरकार उन मीडिया संगठनों (Gaza Express और रॉयटर्स ) को पहले ही नोटिस भेज चुकी है जहां वे फोटो जर्नलिस्ट काम कर रहे हैं। इसमें स्पष्टीकरण की मांग की गई है। इसने कुल छह पत्रकारों पर रिपोर्ट की गई है। उनमें से तीन रॉयटर्स मीडिया में काम करते हैं। हालांकि, रॉयटर्स ने इन आरोपों का जवाब दिया। हमास ने कहा कि उसे हमलों के बारे में पहले से कोई जानकारी नहीं थी। हमास के हमले के ढाई घंटे बाद वे वहां गए और तस्वीरें लीं।