गाजा पट्टी: इज़राइल ने राफा में घुसपैठ की आशंका बढ़ते हुए गाजा पट्टी पर टैंकों से गोलीबारी की, जिसके परिणामस्वरूप गाजा में रहने वाले लोगों में और जहर भर चुका है और उनमें इजराइल के प्रति संघर्ष देखा जा रहा है। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, रात भर में फिलिस्तीनी क्षेत्र में 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई है, जिनमें अधिकांश महिलाएं और बच्चे शामिल थे।
इज़राइली सेना ने राफा में बढ़ रहे सुरक्षा खतरे के कारण शनिवार को गाजा पट्टी पर जोरदार हमला किया, जिससे उजड़े हुए नागरिकों की भारी बचाव में विफलता हुई। इसके परिणामस्वरूप, गाजा में लोगों की बड़ी संख्या ने सुरक्षित स्थानों की तलाश में राफा की दिशा में बढ़ती हुई भयानक स्थिति का सामना किया है।
संयुक्त राष्ट्र की मानवीय एजेंसी ओसीएचए ने बताया कि शहर का आधा हिस्सा अब गाजा की आधी से अधिक आबादी को आश्रय दे रहा है। विस्थापित होने वाले लोगों में से हजारों लोग युद्ध शुरू होने के बाद सड़कों और पार्कों में तंबू जमाकर दक्षिण से राफा की दिशा में भाग गए हैं।
संघर्ष और विस्थापन से घेरे गए गाजा के नागरिकों का दुख
इज़राइल के हमलों और संघर्ष के कारण गाजा के लोगों का जीवन अत्यंत कठिन हो गया है। संयुक्त राष्ट्र ने बताया कि गाजा में युद्ध 7 अक्टूबर से शुरू होकर अब तक इज़राइल पर हमास के अभूतपूर्व हमले से 1,160 लोगों की मौत हो गई है, जिनमें ज्यादातर नागरिक शामिल हैं। इसके अलावा, गाजा में स्वास्थ्य, शिक्षा, और आवास के संकट की स्थिति बनी हुई है।
अमेरिका और इराक-सीरिया में तनाव
इस बीच, अमेरिकी सेना ने जॉर्डन में ड्रोन हमले के जवाब में रात भर इराक और सीरिया में ईरानी बलों और तेहरान समर्थित लड़ाकों के खिलाफ हवाई हमलों की लहर शुरू की। इस हमले में रविवार को
कम से कम 6 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई और घायल हो गए हैं। अमेरिकी अधिकारियों ने बताया है कि ये हमले खुराम्षह और अबू कामाल क्षेत्रों के ईरानी मिलिटरी कैम्प्स को लकड़ी के आकार में नष्ट करने के लिए किए गए हैं।