नई दिल्ली/डेस्क: ईरान की सबसे खतरनाक और कुख्यात कही जाने वाली आर्मी इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) को कनाडा ने आतंकी संगठन घोषित कर दिया है। बता दें कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट शेयर कर लिखा, “IRGC अब कनाडा में एक आतंकवादी समूह के रूप में सूचीबद्ध है।”
सेना को आतंकी घोषित करने से क्या होगा
यदि किसी सेना को आतंकी संगठन घोषित कर दिया जाता है, तो इसका मुख्य प्रभाव यह होगा कि ईरान की इस विशेष बल से जुड़ना या इसका समर्थन करना अपराध माना जाएगा। इसके अतिरिक्त, जिन देशों में इसकी संपत्तियां हैं, उन्हें जब्त कर लिया जाएगा। इसके साथ ही इस संगठन को कोई भी नागरिक या व्यावसायिक संस्था किसी भी प्रकार की आर्थिक सहायता प्रदान नहीं कर सकेगी।
IRGC क्या है?
इस्लामिक क्रांति के तुरंत बाद IRGC की स्थापना हुई थी। इसे सिपाह-ए-पासदरन के नाम से भी कहा गया। इस सेना में ऐसे लोग शामिल थे जो देश में इस्लामिक क्रांति चाहते थे। IRGC अन्य देशों की पारंपरिक सेनाओं की तरह नहीं है, यह ईरान की स्पेशल वैकल्पिक फोर्स है। यह सेना ईरान के लिए धार्मिक, राजनीतिक और आर्थिक मोर्चे पर लड़ती है। इतना ही नहीं यह घरेलू संकट के साथ विदेशी खतरों की स्थिति में इस्लामिक राष्ट्र के हितों की रक्षा करती है। सीधे तौर पर यह ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई को रिपोर्ट करती है।
लेखक-प्रियंका लाल