सातवें चरण की हॉट सीट बनी काराकाट लोकसभा सीट, समझें यहां का सियासी समीकरण

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Karakat Lok Sabha Seat: लोकसभा चुनाव को लेकर अंतिम चरण के लिए सभी दलों ने कमर कस ली है। आखिरी चरण में कई बड़े चेहरों की किस्मत दांव पर है लेकिन इस बार एक सीट ऐसी जिसको लेकर चर्चा बिहार से लेकर यूपी और दिल्ली से लेकर राजस्थान तक है और वो सीट है काराकाट लोकसभा सीट। काराकट लोकसभा सीट को दिलचस्प बनाया है भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह ने।

काराकाट सीट से पवन सिंह निर्दलीय मैदान में हैं वहीं एनडीए के तरफ से उपेंद्र कुशवाहा चुनावी मैदान में हैं। इंडिया गठबंधन से कम्युनिस्ट पार्टी ने राजा राम सिंह कुशवाहा को टिकट दिया है। यहां की त्रिकोणीय लड़ाई ने सभी उम्मीदवारों को चिंतित कर दिया है।

क्या कहता है काराकाट का सियासी समीकरण

अगर बात काराकाट लोकसभा के सियासी समीकरण की करें तो इस सीट के जातिगत समीकरण को समझना जरुरी है। काराकाट लोकसभा में कुछ विधानसभा बक्सर और औरंगाबाद जिलें के भी आतें हैं। काराकाट में यादव वोटर्स करीब 2 लाख है वहीं राजपूत 2.5 लाख, कुशवाहा कुर्मी 2 लाख, ब्राह्मण 1 लाख भूमिहार 75 हज़ार और अतिपिछड़ा करीब 2 लाख के करीब है।

राजाराम सिंह कुशवाहा और उपेंद्र कुशवाहा दोनों कुशवाहा जाति से आतें हैं वहीं पवन सिंह राजपूत समुदाय से आते हैं। राजपूत को एनडीए का वोटर माना जाता है अब अगर राजपूत वोटर्स और कुछ ब्राह्मण वोटर्स पवन सिंह के साथ चले जातें है तो इसका सबसे ज्यादा नुकसान उपेंद्र कुशवाहा को उठाना पड़ सकता है।

लेखक – आयुष राज