अगर आप भी ऐसे करते हैं मोबाइल चार्ज, तो हो जाइए सावधान! नहीं तो पड़ेगा पछताना

Published

आपने अक्सर लोगों को ये कहते सुना होगा कि फ़ोन को चार्ज में लगाकर रातभर नहीं छोड़ना चाहिए। क्योंकि ऐसा करने से बैटरी पर बहुत बुरा असर पड़ता है। कुछ लोग तो ये भी कहते हैं कि ज्यादा चार्ज होने के वजह से बैटरी ब्लास्ट हो सकती है। या फिर फूल सकती है। तो आप लोगों की ऐसी बातों को सुनकर क्या करते हैं? क्या सच में बैटरी अधिक समय तक चार्ज करने से ब्लास्ट हो जाती है? या अबतक जो भी ऐसी घटनाएं हुई हैं, वे मात्र एक टेक्निकल फॉल्ट है? आज हम इसी पर चर्चा करेंगे।

बैटरी 100% चार्ज होने पर क्या होता है?

आज के समय में हम जो स्मार्टफोन यूज करते हैं उनमें ऐसे चार्जिंग सर्किट लगा होता हैं जो बैटरी के फुल हो जाने पर चार्जर से पावर सप्लाई लेना बंद कर देता है। यू कहें कि ऑटोकट लग जाता है। इसके अतिरिक्त स्मार्टफोन में एक स्नैपड्रैगन प्रोसेसर लगा होता है। यह प्रोसेसर इतना स्मार्ट होता है कि मोबाइल के बैटरी के फुल चार्ज होते ही चार्जिंग करना बंद कर देता है और जैसे ही बैटरी 90% के आस पास आती है, तो चार्जिंग दोबारा शुरू कर देता है।

चार्जिंग के दौरान बैटरी के हीट होने की वजह

अक्सर आपने देखा होगा कि चार्जिंग के दौरान मोबाइल हल्का-फुल्का हीट हो जाता है। जिस कारण कुछ लोग डर जाते हैं और सोचते हैं कि कहीं मोबाइल की बैटरी फट न जाए, लेकिन ऐसा नहीं है। आइए आपको इसके पीछे की पूरी क्रियाओं को समझाते हैं। आजकल मोबाइल फ़ोन्स में लिथियम आयन बैटरी का इस्तेमाल किया जाता है।

जब बैटरी को चार्ज किया जाता है, तो इस दौरान बैटरी एक केमिकल रिएक्शन से गुजरती है और बैटरी के पॉजिटिव (+) चैम्बर में मौजूद आयन नेगेटिव (-) चैंबर की ओर फ्लो करते हैं, जो बैटरी चार्जिंग की एक प्रक्रिया है। यही वजह है कि फ़ोन की बैटरी गर्म होती है और मोबाइल भी बैक साइड से गर्म हो जाता है। लेकिन, ऐसा नहीं है कि मोबाइल को पूरी रात लगाने से कोई खतरा नहीं है। खतरा हमेशा बना रहता है। क्योंकि चार्जिंग के दौरान एक रासायनिक अभिक्रया होती है, जो पूरी तरह सेफ नहीं होती है।

मोबाइल को कितने परसेंट तक चार्ज करना उचित?

Standard मानक के अनुसार, मोबाइल को ज्यादा से ज्यादा 90% तक चार्ज करना चाहिए और 20% से नीचे नहीं रखना चाहिए। लेकिन कुछ एक्सपर्ट मानना है की ऐसा कोई मानक नहीं है, आप फ़ोन को जैसे चाहे और जब चाहे चार्ज कर सकते हैं। क्योंकि आज कल के मोबाइल आधुनिक टेक्नोलॉजी से बने होते हैं। अब आपको ट्राई करना है की कौन सी बात आपके लिए फिट बैठती है, इसके लिए आप कुछ दिन एक्सपेरिमेंट करके देख सकते हैं।

Disclaimer- न्यूज़ इंडिया 24×7 म‍िली जानकार‍ियों के आधार पर आपको जानकारी देता है। साथ ही अपनी तरफ से इसकी कोई पुष्टि नहीं करता है।