हंगामे की भेंट चढ़े शीतकालीन सत्र के पहले 3 दिन! अडानी के मुद्दे पर राहुल गांधी समेत जानें क्या मांग कर रहा है विपक्ष?

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Parliament Winter Session

Parliament Winter Session: संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन हंगामे के कारण लोकसभा और राज्यसभा, दोनों सदनों की कार्यवाही नहीं हुई. दूसरे दिन संविधान दिवस के ऐतिहासिक केंद्रीय कक्ष में दोनों सदनों की संयुक्त बैठक का आयोजन हुआ, जिस राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा संबोधित किया गया.

तीसरे दिन भी नहीं चल सके दोनों सदन

तीसरे दिन भी दोनों वहीं आज (27 अक्टूबर) शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन भी दोनों सदन नहीं चल सके. अडानी समूह से जुड़े मुद्दे पर विपक्ष द्वारा किए गए हंगामे को लेकर दोनों सदनों की कार्यवाही 28 नवंबर, 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई.

लोकसभा की कार्यवाही (Parliament Winter Session) शुरू होते ही विपक्षी सदस्य वेल में आ गए और हंगामा करना शुरू कर दिया. विपक्षी सांसद अडानी मुद्दे पर चर्चा की मांग कर लगातार नारेबाजी कर रहे थे.

राज्यसभा में 28 नवंबर तक कार्यवाही स्थगित

वहीं राज्यसभा में हंगामे के बाद सभापति जगदीप धनखड़ ने सदन की कार्यवाही 28 नवंबर तक के लिए स्थगित कर दी.

विपक्षी सदस्य ने किया हंगामा

लोकसभा में विपक्ष के हंगामे की वजह से संसद की कार्यवाही नहीं चल सकीं. प्रश्नकाल की कार्यवाही शुरू होते ही यूपी के मेरठ से बीजेपी सांसद अरुण गोविल ने ओटीटी प्लेटफॉर्म के जरिए अश्लील कंटेंट का मुद्दा उठाया और सवाल पूछा. जिनके जवाब विभाग के मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दिए.

सोशल मीडिया पर अश्लील सामग्री की जांच करने के लिए कानूनों पर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जवाब देते हुए कहा कि, “हमारे देश और उन देशों की संस्कृति में बहुत अंतर है जहा से ये सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म आए हैं. इसलिए मैं संसद की स्थायी समिति से आग्रह करूंगा कि वे इस पर विचार करें.

वहीं इस दौरान विपक्षी सदस्य हंगामा करने लगे और वेल में आ गए. इस दौरान लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने प्रश्नकाल चलने देने की अपील की लेकिन विपक्षी सदस्यों पर इसका कोई असर नहीं हुआ. हंगामे के कारण स्पीकर ओम बिरला ने सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी.

अडानी ग्रुप पर चर्चा करने को अड़ा विपक्ष

बता दें कि विपक्षी दलों के सांसदों द्वारा अडानी ग्रुप पर लगे आरोपों पर चर्चा की मांग की जा रही है. संभल में हुई हिंसा को लेकर भी विपक्ष के सांसदों ने खूब बवाल मचाया. साथ ही विपक्ष द्वारा जेपीसी के मामले को लेकर भी हंगामा किया गया.

राहुल गांधी ने क्या कहा?

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा, ‘आपको लगता है कि अडाणी आरोपों को स्वीकार करेंगे? जाहिर है कि वह आरोपों से इनकार करेंगे. मुद्दा यह है कि जैसा कि हमने कहा है, उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए. सैकड़ों लोगों को छोटे-छोटे आरोपों में गिरफ्तार किया जा रहा है और सज्जन (गौतम अडाणी) पर अमेरिका में हजारों करोड़ रुपये का आरोप है, उन्हें जेल में होना चाहिए और सरकार उन्हें बचा रही है.’

भाजपा की नीति और नीयत पर बड़ा सवाल- डिंपल यादव

समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव ने कहा कि “प्रशासन ने बूथ कैप्चरिंग का काम किया और आज जब हम संविधान दिवस मना रहे हैं, तो हम चाहते हैं कि हमारा देश संविधान से चले. जिस तरह से चुनाव परिणाम घोषित होने के तुरंत बाद संभल की घटना हुई, मुझे लगता है कि यह सरकार और भाजपा की नीति और नीयत पर बड़ा सवाल खड़ा करता है.”

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