Kolkata Doctor case: आज फिर जूनियर डॉक्टर्स के साथ सरकार की मीटिंग; बैठक से पहले Doctors ने लगाया मुद्दे का राजनीतिकरण का आरोप

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नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल जूनियर डॉक्टर्स फ्रंट द्वारा एक और बैठक की मांग के बाद सरकार बुधवार (18 सितंबर) को 30 जूनियर डॉक्टरों के प्रतिनिधिमंडल से फिर से मुलाकात (Kolkata Doctor case) करेगी। बैठक को लेकर सरकार को लिखे गए पत्र के जवाब में बंगाल के मुख्य सचिव मनोज पंत ने कहा कि टास्क फोर्स के अन्य सदस्यों के साथ आज शाम 06:30 बजे नबन्ना सभाघर में डॉक्टरों के 30 प्रतिनिधिमंडल सदस्यों के साथ सरकार की बैठक होगी।

मुद्दों का राजनीतिकरण कर रही है कोलकाता सरकार; जूनियर डॉक्टर्स

इससे पहले मंगलवार को प्रदर्शनकारी डॉक्टरों के साथ बैठक के बाद, पश्चिम बंगाल सरकार ने कोलकाता पुलिस प्रमुख और दो वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारियों को हटाने सहित डॉक्टरों की कुछ मांगों को स्वीकार कर लिया था। जूनियर डॉक्टर्स फ्रंट द्वारा मंगलवार को जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि सरकार न्याय के बदले हमारी मुद्दों का राजनीतिकरण में लगी है।

मंगलवार को पांच सूत्री मांगों पर हुई चर्चा

डॉक्टरों ने आरोप लगाया कि ईमेल और झूठे ऑडियो क्लिप के माध्यम से हमारे बीच विभाजन पैदा करने और हमारे आंदोलन को बदनाम करने के बार-बार प्रयास किए गए हैं। कल, माननीय मुख्यमंत्री के साथ एक लंबी चर्चा में, हमारी पांच सूत्री मांगों पर चर्चा हुई और उनमें से कुछ को आंशिक रूप से पूरा किया गया।

बैठक के बाद पद से हटाए गए DME और DHS

मंगलवार को हुई डॉक्टरों (Kolkata Doctor case) के साथ बैठक के बाद पश्चिम बंगाल सरकार ने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के डॉ. कौस्तव नायक और डॉ. देबाशीष हलदर को चिकित्सा शिक्षा निदेशक (DME) और स्वास्थ्य सेवा निदेशक (DHS) के पदों से हटा दिया है। इसके अलावा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण की निदेशक डॉ. सुपर्णा दत्ता और संयुक्त DHS डॉ. स्वपन सोरेन को भी पदों से हटा दिया गया है।

गौतम कुमार