नई दिल्ली/डेस्क: 12 जून, बुधवार को कुवैत के दक्षिणी शहर मंगाफ में 7 मंजिला इमारत में आग लग गई। इस घटना में करीब 49 लोगों की मौत हो गई, जिनमें से 45 लोगों की पहचान भारतीय नागरिक के रूप में हुई है। बता दें, मृतकों में 3 उत्तर प्रदेश, 24 केरल, 7 तमिलनाडु और 3 आंध्र प्रदेश के रहने वाले थे। जानकारी के मुताबिक इस इमारत में कुल 196 प्रवासी श्रमिक रह रहे थे।
विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह पहुंचे कुवैत
इस हादसे के बाद भारत के विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह घायल भारतीयों की सहायता करने के लिए और शवों को भारत लाने के लिए कुवैत पहुंचे हैं। खबरों के मुताबिक भारतीयों के शवों को वापस इंडिया लाने के लिए भारतीय वायुसेना का एक विमान तैयार किया गया है। बता दें, 14 जून शुक्रवार यानी आज वायुसेना का सुपर हरक्युलिस विमान कुवैत से 45 भारतीय नागरिकों के शवों को लेकर भारत लौटेगा। विमान दिल्ली आएगा और यहां से शव संबंधित राज्यों में भेजे जाएंगे।
कब और कैसे हुआ था हादस? जानें पूरी जानकारी
कुवैत की मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक हादसा बुधवार की तड़की सुबह आग रसोई में लगी थी। जिसमें करीब 49 लोगों की मौत हो गई। जिनमें से 45 लोगों की पहचान भारतीय नागरिक के रूप में हुई है। वहीं कुवैत की मीडिया के मुताबिक एक निर्माण कंपनी NBTC ग्रुप ने 196 से ज्यादा श्रमिकों के रहने के लिए बिल्डिंग किराए पर ली थी। इमारत में करीब 196 श्रमिक रह रहे थे। जिस दिन हादसा हुआ उससे एक दिन पहले श्रमिकों की संख्या इमारत में 160 बताई जा रही थी।
लेखक-प्रियंका लाल