Lok Sabha Election 2024: भारत में मरने के बाद जब्त हो आधी सम्पत्ति, सैम पित्रोदा ने उठाया नया मुद्दा

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Lok Sabha Election 2024: इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने भारत में अमीरों की दौलत को लेकर एक विवादास्पद बयान दिया है। सैम ने अमेरिका में लागू विरासत कानून की तुलना में भारत में किये जाने वाले धन के रीडिस्ट्रीब्यूशन के मुद्दे पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि भारत में ऐसा कानून नहीं है जिससे अमीरों की संपत्ति को जनता के लिए छोड़ा जा सके।

सैम ने अपने बयान में दोनों देशों के धन के रीडिस्ट्रीब्यूशन कानून की तुलना की, और कहा कि यह कानून अमेरिका में लागू है जिसके अनुसार किसी व्यक्ति की मृत्यु के बाद उसकी 55 फीसदी संपत्ति सरकार जब्त कर लेती है। इसके बारे में सैम ने कहा कि यह निष्पक्ष कानून है जो लोगों के हित में है। उन्होंने कहा कि भारत में इस तरह का कोई कानून नहीं है और अमीरों की संपत्ति केवल उनके वारिसों को मिलती है, जबकि जनता को कुछ नहीं मिलता।

सैम के बयान पर सोशल मीडिया पर विभिन्न प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। कुछ लोग इसे समर्थन दे रहे हैं और कुछ इसे नकारत्मक मान रहे हैं। हालांकि, एक सामान्य चिंता यह है कि अमीरों की संपत्ति के रीडिस्ट्रीब्यूशन के मुद्दे पर बहस करने के साथ-साथ इसके प्रभाव को भी ध्यान में रखना चाहिए।

हालांकि सैम पित्रोदा ने अपनी सफाई में ये कहा, “मैंने टीवी पर अपनी सामान्य बातचीत में केवल एक उदाहरण के तौर पर अमेरिका में अमेरिकी विरासत कर का उल्लेख किया था। क्या मैं तथ्यों का उल्लेख नहीं कर सकता? मैंने कहा कि ये ऐसे मुद्दे हैं जिन पर लोगों को चर्चा और बहस करनी होगी।

इसका कांग्रेस सहित किसी भी पार्टी की नीति से कोई लेना-देना नहीं है।’ यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि अमेरिका में विरासत कर पर एक व्यक्ति के रूप में मैंने जो कहा, उसे गोदी मीडिया ने तोड़-मरोड़ कर पेश किया है ताकि प्रधानमंत्री कांग्रेस के घोषणापत्र के बारे में जो झूठ फैला रहे हैं, उससे ध्यान भटका सके। प्रधानमंत्री की मंगलसूत्र और सोना छीनने की टिप्पणी बिल्कुल अवास्तविक है

लेखक: करन शर्मा