Lucknow News: आधी रात जेपी सेंटर पर क्या हुआ? जिससे अखिलेश यादव हो गए योगी सरकार से नाराज…

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लखनऊ/उत्तर प्रदेश: यूपी का जेपी सेंटर (JPNIC) ने रातों-रात राजनीतिक अखड़े का रूप ले लिया है। क्योंकि समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व सीएम अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने गुरुवार (10 अक्टूबर) रात को घोषणा की कि वे पार्टी के विचारक जयप्रकाश नारायण की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर (JPNIC) जाएंगे. इस घोषणा के बाद JPNIC के गेट को बड़े टिन शीट्स से ‘बैरिकेड’ कर दिया गया, जिससे अंदर जाने का रास्ता पूरी तरह बंद हो गया. फिलहाल इस मामले में लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) के अधिकारियों की ओर से इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं की गई है. वहीं, डीसीपी (सेंट्रल) रवीना त्यागी ने कहा कि “यह कार्रवाई लखनऊ पुलिस द्वारा नहीं की गई.”

अखिलेश यादव ने सरकार पर साधा निशाना

गुरुवार रात जब अखिलेश यादव JPNIC पहुंचे, तो उन्होंने कहा, “सरकार कुछ छिपाना चाहती है, इसीलिए टिन की चादरें लगाई गई हैं. हमें एक महान व्यक्तित्व को श्रद्धांजलि देने से क्यों रोका जा रहा है? ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है. हर साल समाजवादी पार्टी के लोग यहां इकट्ठा होते थे और श्रद्धांजलि देते थे. क्या सरकार JPNIC को बेचना चाहती है? अगर वे इसे नहीं चला सकते, तो बेहतर है कि इसे बेच दें. टिन की चादरें लगाकर वे विचारधारा को नहीं रोक सकते. मैं सुबह देखूंगा कि क्या किया जा सकता है.”

पिछले साल भी हुआ था विवाद

ये पहली बार नहीं है जब ऐसा कुछ हुआ हो, मिली जानकारी के अनुसार पिछले साल भी अखिलेश यादव को जेपी नारायण की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने से रोका गया था, जिसके बाद उन्होंने गेट पर लगे ताले को पार करने के लिए छलांग लगाई थी. इस साल भी अखिलेश यादव को जिला प्रशासन से श्रद्धांजलि देने की अनुमति नहीं मिली है. हालांकि, उन्होंने इसके लिए अनुमति मांगी थी.