पुरुष टेलर नहीं ले सकेंगे महिलाओं के कपड़े का माप, उत्तर प्रदेश महिला आयोग ने पारित किया प्रस्ताव

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नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग ने महिलाओं की सुरक्षा को लेकर बड़ी घोषणा की है. राज्य महिला आयोग द्वारा प्रस्तावित किए हैं दिशा निर्देश के अनुसार महिलाओं की सुरक्षा के लिए पुरुष दर्जियों द्वारा महिलाओं का माप लेने और पुरुषों द्वारा महिलाओं को जिम और योगा प्रशिक्षण देने पर प्रतिबंध लगाया गया है.

जिलों जारी किए गए संबंधित आदेश

आयोग ने सार्वजनिक और व्यावसायिक स्थानों पर महिलाओं की सुरक्षा बढ़ाने के लिए स्कूल बसों में महिला सुरक्षाकर्मियों को तैनात करने और महिलाओं के कपड़ों की दुकानों में महिला कर्मचारियों को नियुक्त करने का भी सुझाव दिया है. आयोग ने सभी जिलों को इससे संबंधित आदेश भी जारी कर दिए गए हैं.  

एक समाचार चैनल की रिपोर्ट के अनुसार 28 अक्टूबर को लखनऊ में आयोजित एक बैठक में महिला सुरक्षा बढ़ाने के उपायों पर चर्चा की गई, जहां आयोग के सदस्यों ने महिलाओं की सुरक्षा में सुधार लाने के उद्देश्य से विभिन्न पहलों की खोज कर चर्चा की.

महिलाओं का माप नहीं लेंगे पुरुष दर्जी

रिपोर्ट में आयोग की सदस्य मनीषा अहलावत के हवाले से कहा गया है, “चर्चा अभी प्रारंभिक है। इन प्रस्तावों को व्यवहार में लाने पर अभी निर्णय लिया जाना बाकी है.आयोग की स्वीकृति मिलने के बाद इन प्रस्तावों को जमीनी स्तर पर क्रियान्वयन के लिए नीति का मसौदा तैयार करने के लिए सरकार को सौंपा जाएगा। हालांकि, शामली जिला परिवीक्षा अधिकारी हामिद हुसैन ने स्थानीय प्रतिष्ठानों को नए सुरक्षा दिशा-निर्देश अपनाने का निर्देश दिया है, जिसमें महिला जिम, नाटक और योग केंद्रों में महिला प्रशिक्षकों या शिक्षकों की नियुक्ति, साथ ही निगरानी के लिए DVR क्षमताओं के साथ CCTV सिस्टम लगाना आदि शामिल है.

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हुसैन ने कहा कि स्कूल बसों में अब महिला सुरक्षा गार्ड या शिक्षिका की नियुक्ति अनिवार्य होगी तथा बुटीकों को CCTV कैमरे की निगरानी के साथ महिलाओं के नाप के लिए महिला दर्जियों को नियुक्त करना होगा। बैठक में महिलाओं के कपड़े बेचने वाली दुकानों को सहायता के लिए महिला कर्मचारियों को नियुक्त करने के लिए कहा गया है.