शहीद कैप्टन अंशुमान सिंह की पत्नी स्मृति सिंह ने छोड़ा ससुराल, शहीद के माता-पिता ने कही ये बात

Published

नई दिल्ली: जुलाई 2023 में सियाचिन में आग लगने की घटना में शहीद हुए कैप्टन अंशुमान सिंह की पत्नी स्मृति सिंह ने अपने ससुराल को छोड़ दिया है, जिससे कैप्टन के माता-पिता परेशान हैं। उन्होंने कहा कि अधिकांश पेंशन और अन्य लाभ स्मृति को मिल रहे हैं, जबकि उन्होंने अपने बेटे को पाला और उसकी देखभाल की। अब उन्होंने NOK (निकटतम परिजन) के मानदंडों में बदलाव की मांग की है, जिससे शहीदों के माता-पिता को भी समान लाभ मिल सकें।

कैप्टन अंशुमान सिंह के पिता रवि प्रताप सिंह ने बताया कि स्मृति सिंह को यूपी सरकार से 35 लाख रुपये मिले, जबकि उन्हें 15 लाख रुपये मिले। उन्होंने कहा कि आर्मी ग्रुप इंश्योरेंस और कीर्ति चक्र से प्राप्त धनराशि भी स्मृति को मिली। मंजू सिंह ने कहा कि स्मृति को पैसे मिल रहे हैं क्योंकि उन्होंने अपने बेटे को देश की सेवा में दिया।

कैप्टन अंशुमान सिंह को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मरणोपरांत कीर्ति चक्र से सम्मानित किया था। सियाचिन में लगी आग में अपनी जान गंवाने से पहले उनकी शादी को केवल पांच महीने ही हुए थे। मंजू सिंह ने हाल ही में अग्निपथ योजना को खत्म करने की मांग की है।