नई दिल्ली/डेस्क: दर्द और एवं हौसले से भरपूर, ग्लेन मैक्सवेल ने मंगलवार रात को वनडे क्रिकेट में एक बेहद शानदार पारी खेली। क्रैम्प्स के बावजूद, मैक्सवेल ने छक्का लगाते हुए न सिर्फ अपनी डबल सेंचुरी पूरी की, बल्कि अफगानिस्तान के खिलाफ एक महत्वपूर्ण जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया को सेमीफाइनल में पहुंचा दिया।
ग्लेन मैक्सवेल ने मैच के बाद कुछ बातें बताई। उन्होंने कहा कि जब उनकी टीम 7 विकेट गवा कर सिर्फ 92 रन ही बना पाई थी, तो हार का खतरा बहुत था। उनके पास सकारात्मक बने रहने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। उन्होंने कहा, ‘मेरे पास बहुत सारी योजनाएं नहीं थीं। मैंने बस यह सोचा कि मैं जितना हो सके पॉजिटिव ढंग से बल्लेबाजी करूं।
अगर मैं डिफेंसिव खेलता, तो मैं शायद विकेट खो देता। मैंने शॉट्स पर ध्यान दिया। जिस डीआरएस कॉल पर मैं बचा, उससे मुझे आराम और जवाबी हमला करने में मदद मिली। उस बॉल से मुझे बाउंस का अंदाजा लग गया और मैं पहले से ज्यादा सतर्क रहा।
मैक्सवेल 27 रन पर एलबीडब्ल्यू के फैसले से बच गए और 33 रन पर कैच आउट होने से भी बच गए। एक नहीं, बल्कि मुकाबले में ग्लेन मैक्सेवल के चार कैच छूटे। लेकिन फिर उन्होंने अफगानिस्तान के बॉलर्स को कोई मौका नहीं दिया। उन्होंने कहा, ‘अगर मैंने एक फर्राटेदार पारी खेली होती, तो यह और भी अच्छा होता, पर मैंने कुछ मौके गंवा दिए। मैच के दौरान मुझे कई बार मांसपेशियों में ऐंठन महसूस हुई, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि मैं पूरी तरह फिट हूं।
लेखक: करन शर्मा