नई दिल्ली/डेस्क: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले उत्तर प्रदेश की राजनीति में बड़ा उलटफेर हो गया. चुनाव से पहले बहुजन समाजवादी पार्टी को बड़ा झटका लग गया है. आपको बता दें, बिजनौर से सांसद मलूक नागर ने बीएसपी छोड़ जयंत चौधरी की पार्टी आरएलडी (Malook Nagar RLD) का दामन थाम लिया है.
मायावती की एक गलती उनपर भारी पड़ती नज़र आ रही है. दरअसल, इस बार लोकसभा चुनाव के लिए बिजनौर सीट से मायावती ने मलूक नागर (Malook Nagar RLD) का टिकट काट कर चौधरी बिजेंद्र को अपना उम्मीदवार चुन लिया था.
इस घोषणा के बाद से ही राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना था कि मलूक नागर चुनाव से पहले बीएसपी छोड़ आरएलडी में शामिल हो सकते हैं और ठीक वैसा ही हुआ.
बता दें, मायावती ने मेरठ और बिजनौर सीट से मलूक नागर को 2009, 2014 में प्रत्याशी चुना था लेकिन दोनों ही बार उनको चुनाव में हार का सामना करना पड़ा. लेकिन इस हार के बावजूद मायावती ने मलूक नागर को 2019 में एक बार फिर मौका दिया था. यही वजह है कि मलूक नागर को मायावती का भरोसेमंद नेताओं में से एक माना जाता था.
आपको बता दें, मलूक नागर (Malook Nagar RLD) की गिनती उत्तर प्रदेश के सबसे अमीर सांसदों में होती है.
आपको बता दें, देश में लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है. ये चुनाव सात चरणों में आयोजित कराए जाऐंगे. 19 अप्रैल, 26 अप्रैल, 7 मई, 13 मई, 20 मई, 25 मई और 1 जून की तारीख चुनाव आयोग ने तय की है. रिजल्ट की बात करें तो 4 जून को मतगणना होनी है.
लेखक- वेदिका प्रदीप