उत्तर प्रदेश: यूपी के बलिया में कौन है, जो तीसरी आंख पर नजर रखता है, कौन है जो सुरक्षा में सेंध लगा रहा है. कौन है जो आरोपियों को पुलिस से बचा रहा है, जी हां आप भी सुनेंगे तो चौक जाएंगे. तीसरी नजर पर नजर रखने वाला कोई और नही बंदर और चूहे है.
दरअसल, मामला क्या है PWD के प्रांतीय खंड का यह प्रांगण है, जहाँ 2004 में टेंडर को लेकर हुए विवाद के बाद चार – चार हत्याएं हुई थी, आज एक बार फिर उसी कार्यालय के प्रांगण में दो ठेकेदारों के बीच टेंडर को लेकर जमकर मारपीट हुई. जब इसकी CCTV फुटेज निकालने की बात हुई, तो PWD के SC कार्यालय के कंप्यूटर ऑपरेटर ने कहा चूहों ने तार काट दिया है. इसलिए कैमरा काम नहीं कर रहा है, तो वहीं कार्यालय में मौजूद एक्सईएन साहब ने कहा यह CCTV के तार को बंदरो ने काट दिया है. अभी बजट नही है, आएगा तो बदल दिया जाएगा. कल ठीकेदारों के बीच टेंडर को लेकर मारपीट हुई है, मगर कुछ कैमरे में नही आया है.
तो वही पीड़ित ठेकेदार ने कहा रसड़ा विधायक उमाशंकर सिंह के लोग थे, जो टेंडर डालने से रोक रहे थे और अचानक उनपर चार लोग हमला कर दिए और कहने लगे 2004 वाली घटना कर देंगे, तुम्हे गोली मार देंगे.
PWD के प्रांतीय खंड के कार्यालय में टेंडर डालने को लेकर हुई विवाद में 19 साल पुरानी यादें एक बार फिर से ताजा हो गई है. जहां दिन दहाड़े टेंडर को लेकर विवाद में चार -चार लाशें गिरा दी गई थी. उस घटना के बाद से प्रशासन कुछ सिख नहीं ले पाई है और कर्मचारी और अधिकारी गैर जिम्मेदाराना बयान दे रहे है कि सीसीटीव के तार को बंदर ने काट दिया है.