Kanwar Yatra 2024: सावन का पावन महीना शुरू हो रहा है। सावन के पहले दिन से ही कांवड़ यात्रा शुरू हो जाएगी। वहीं कांवड़ यात्रा से पहले योगी सरकार के एक आदेश से माहौल गरमा गया है। बता दें, योगी सरकार ने कांवड़ रूट के दुकानों-ठेले वालों के लिए एक आदेश जारी किया है। आदेश में कांवड़ यात्रियों की आस्था की शुद्धता बनाए रखने के लिए एक बड़ा कदम उठाते हुए आदेश दिया गया है कि पूरे उत्तर प्रदेश में कांवड़ मार्गों पर खुली सभी खाने की दुकानों पर ‘नामपट्ट’ लगाना अनिवार्य होगा। इसके साथ ही ‘हलाल’ प्रमाणित उत्पादों को बेचने वालों के खिलाफ़ भी कार्रवाई की जाएगी।
असदुद्दीन ओवैसी ने CM योगी को दी चुनौती!
योगी सरकार के इस फैसले के AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, “हम इसकी निंदा करते हैं क्योंकि यह संविधान के अनुच्छेद 17 का उल्लंघन है, जो अस्पृश्यता की बात करता है। तो उत्तर प्रदेश सरकार छुआछूत को बढ़ावा दे रही है…दूसरी बात ये कि जब से उत्तर प्रदेश सरकार ने आदेश दिया है, मुजफ्फरनगर की सभी दुकानों से मुस्लिम कर्मचारियों को हटा दिया गया है। क्या आप सिर्फ एक समुदाय के लिए काम करेंगे? संविधान कहाँ है? मैं योगी आदित्यनाथ को चुनौती देता हूं कि अगर उनमें साहस है तो वह लिखित आदेश जारी करें।”
“जब थूकने के वीडियो वायरल होते हैं तब ओवैसी को याद नहीं आता”
योगी सरकार के फैसले पर लगातार हो रही बयानबाजी के बीच यूपी के मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने कहा, “जब थूकने के वीडियो वायरल होते हैं तब ओवैसी या अखिलेश यादव को याद नहीं आता। अब उन्हें नाम की पहचान होने में क्या आपत्ति हैं? पहचान नहीं होने से धर्म भ्रष्ट होता है और पूरी कांवड़ यात्रा की पवित्रता भंग होती है।
लेखक-प्रियंका लाल