बाढ़ प्रभावित इलाकों से लोगों को सुरक्षित निकालने में जुटी NDRF और भारतीय सेना

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गुरदासपुर/पंजाब: हिमाचल प्रदेश में हो रही जमकर बारिश और भूस्खलन अब पंजाब के लिए भी मुसीबत खड़ी कर रही है। भारी बारिश के कारण कल पोंग बांध से 1.40 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद ब्यास नदी में जलस्तर बढ़ने से बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए है। जगतपुरा टांडा, भैणी पसवाल के ऊपरी इलाकों में ब्यास नदी के तटबंध में दरार आ गई है जिससे निचले इलाकों में पानी भर गया है।

इस संबंध में जानकारी देते हुए उपायुक्त डॉ हिमांशु अग्रवाल ने बताया कि, “जगतपुरा टांडा, भैणी पसवाल, चिचियां चोरियां, पखोवाल, दाओवाल , खैहिरा, दलेरपुर, पदाना, छीना बेट, नडाला गांवों के ऊपरी इलाकों में ब्यास नदी के टूटने से , जगतपुर कलां, कोहलियां और खारियां गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। जिला प्रशासन ने इन गांवों के निवासियों को तुरंत सुरक्षित और ऊंचे स्थानों पर जाने के लिए कहा है।”

बचाव कार्य में जुटी भारतीय सेना और BSF

हिमांशु अग्रवाल पुराना शाला, दाओवाल पहुंचे और राहत एवं बचाव कार्यों की निगरानी कर रहे हैं। जिला प्रशासन की बचाव एवं राहत टीमें कल से ही बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। इस बीच कल रात एनडीआरएफ की टीमें भी पहुंच गई हैं और उन्होंने आज सुबह से बचाव कार्य शुरू कर दिया है। इसके अलावा भारतीय सेना और बीएसएफ की टीमें भी बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। उन्होंने लोगों से बचाव दल के साथ सहयोग करने की अपील की है।

स्थिति से निपटने में जुटा जिला प्रशासन हिमांशु अग्रवाल ने कहा कि, “ब्यास नदी के कारण उत्पन्न होने वाली आपात स्थिति से निपटने के लिए जिला प्रशासन की टीम पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने बताया कि गुरदासपुर-मुकेरियां मार्ग पर भी पानी आने के कारण एहतियात के तौर पर मुकेरियां पुल को बंद कर दिया गया है और गुरदासपुर-मुकेरियां यातायात को दीनानगर राजमार्ग पर मोड़ दिया गया है।”

रिपोर्ट- हरीश कक्कड़

गुरदासपुर, पंजाब