डोनाल्ड ट्रंप पर हुए हमले के बाद नई जानकारी: ईरान की साजिश की आशंका

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पिछले हफ्ते डोनाल्ड ट्रंप पर हुए हमले के बाद अब एक अहम खबर सामने आई है। अमेरिका को पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हत्या की कोशिश के बारे में कुछ हफ्ते पहले ही एक खुफिया जानकारी मिली थी। इस जानकारी में कहा गया था कि ईरान डोनाल्ड ट्रंप की हत्या की योजना बना रहा है। इसके बाद ट्रंप की सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। हालांकि, अधिकारियों ने यह स्पष्ट किया है कि ईरानी साजिश और शनिवार को ट्रंप पर गोली चलाने वाले 20 वर्षीय युवक के बीच कोई संबंध स्थापित नहीं हो पाया है।

एक अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा अधिकारी ने पुष्टि की है कि अमेरिकी सीक्रेट सर्विस और ट्रंप के अभियान से जुड़े लोगों को ईरानी खतरे के बारे में सूचित किया गया था, जिसके बाद उनकी सुरक्षा कड़ी कर दी गई थी। यह भी ध्यान देने योग्य है कि ट्रंप और उनके पूर्व विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ को 2020 के ड्रोन हमले के बाद से ईरान से कई बार धमकियां मिली हैं, क्योंकि ट्रंप के कार्यकाल के दौरान इराक में ईरान के कुद्स फोर्स के नेता कासिम सुलेमानी की मौत हो गई थी।

ईरान ने रिपोर्ट को बताया निराधार

संयुक्त राष्ट्र में ईरानी मिशन ने इस रिपोर्ट को निराधार बताते हुए खारिज कर दिया है। हालांकि, ईरान अभी भी ट्रंप को अपराधी मानता है और उनका मानना है कि ट्रंप पर मुकदमा चलना चाहिए और उन्हें सजा मिलनी चाहिए।

FBI कर रही है मामले की जांच

13 जुलाई को जब ट्रंप एक चुनावी रैली में भाषण दे रहे थे, तब अचानक उन पर गोली चल गई और गोली उनके कान को छूती हुई निकल गई। गोलीबारी के कुछ घंटों बाद ट्रंप ने कहा कि गोली उनके दाहिने कान के ऊपरी हिस्से में लगी। इस गोलीबारी में रैली में शामिल एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। एफबीआई ने हमलावर की पहचान पेंसिल्वेनिया के बेथेल पार्क के 20 वर्षीय थॉमस मैथ्यू क्रुक्स के रूप में की है। मामले की जांच अभी भी जारी है।

लेखक: करन शर्मा