खालिस्तान समर्थक आतंकी नेटवर्क के खिलाफ NIA को मिली बड़ी सफलता, शिकंजे में आया एक आतंकी

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NIA Got a Big Success
NIA Got a Big Success

NIA Got a Big Success: खालिस्तान समर्थक आतंकी नेटवर्क के खिलाफ एक बड़ी सफलता में, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने आज सुबह खूंखार विदेशी आतंकवादी हरविंदर संधू उर्फ ​​रिंदा और लखबीर सिंह उर्फ ​​लांडा के एक प्रमुख सहयोगी को यूएई से सफलतापूर्वक प्रत्यर्पण कराने के बाद गिरफ्तार कर लिया।

यूएई से किया गिरफ्तार

पंजाब के तरनतारन जिले के आरोपी तरसेम सिंह और नामित व्यक्तिगत आतंकवादी लखबीर लांडा के सगे भाई के खिलाफ जून 2023 से गिरफ्तारी का गैर-जमानती वारंट (एनबीडब्ल्यू) था। एनआईए मामले आरसी 37/2022/एनआईए/डीएलआई में वांछित, वह बब्बर खालिस्तान इंटरनेशनल (बीकेआई) आतंकवादी संगठन का एक प्रमुख सदस्य था और यूएई में नामित आतंकवादियों रिंदा और लांडा का एक महत्वपूर्ण आतंकी नोड था।

NIA की विशेष अदालत द्वारा एनबीडब्ल्यू जारी करने और उसके बाद इंटरपोल द्वारा रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने के बाद तरसेम को सबसे पहले नवंबर 2023 में अबू धाबी से हिरासत में लिया गया था। आखिरकार, शुक्रवार को इंटरपोल की उचित प्रक्रियाओं का पालन करते हुए उसे यूएई से भारत प्रत्यर्पित कर दिया गया।

आतंकी फंड के चैनलाइजेशन में भी शामिल

एनआईए जांच के अनुसार, तरसेम संधू उर्फ ​​रिंदा और लांडा के भारत स्थित सहयोगियों को आतंकी फंड की व्यवस्था करने और उन्हें मुहैया कराने में सक्रिय रूप से शामिल था। वह कई मार्गों से आतंकी फंड के चैनलाइजेशन में भी शामिल था।

संज्ञान लेते हुए NIA ने किया था मामला दर्ज

एनआईए ने 20 अगस्त 2022 को स्वत: संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज किया था। यह मामला प्रतिबंधित आतंकी संगठनों जैसे खालिस्तान लिबरेशन फोर्स (केएलएफ), बीकेआई, इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन (आईएसवाईएफ) आदि के प्रमुखों/सदस्यों की आतंकी गतिविधियों से संबंधित है, जिन्होंने पूरे भारत में आतंकी संचालकों का एक बड़ा नेटवर्क स्थापित किया है।

संगठन सीमा पार से तस्करी का कर रहा काम

ये संगठन सीमा पार से हथियार, गोला-बारूद, विस्फोटक, आईईडी आदि की तस्करी करने के लिए आतंकी संगठनों और संगठित आपराधिक गिरोहों के गुर्गों/सदस्यों के माध्यम से काम कर रहे हैं। एनआईए की अब तक की जांच से पता चला है कि वे भारतीय धरती पर आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए धन जुटाने के लिए मादक पदार्थों की तस्करी, जबरन वसूली, हवाला कारोबार आदि का इस्तेमाल कर रहे हैं। मामले में आगे की जांच जारी है।

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