Birth Anniversary of Shyama Prasad Mukherjee: भारतीय जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की आज 123वीं जयंती है। इस मौके पर बीजेपी नेताओं ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी को पुष्पांजलि अर्पित कर पौधारोपण किया।
वहीं देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट शेयर कर लिखा, “अपने प्रखर राष्ट्रवादी विचारों से मां भारती को गौरवान्वित करने वाले डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को उनकी जन्म-जयंती पर आदरपूर्ण श्रद्धांजलि। मातृभूमि के लिए उनका समर्पण और त्याग देशवासियों को सदैव प्रेरित करता रहेगा।”
श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने अनुच्छेद 370 के खिलाफ देशव्यापी अभियान चलाया
भारतीय जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी का जन्म 6 जुलाई 1901 को कलकत्ता के अत्यन्त प्रतिष्ठित परिवार में हुआ था। इनके पिता सर आशुतोष मुखर्जी बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे और वह शिक्षाविद् के रूप में विख्यात थे। श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 के खिलाफ देशव्यापी अभियान चलाया था। ‘नहीं चलेगा एक देश में दो विधान, दो प्रधान और दो निशान’ ये नारा उन्होंने कश्मीर को लेकर दिया था।
जेल के अस्पताल में रहस्यमयी परिस्थितियों में हुई थी मृत्यु
बता दें, एक समय ऐसा था जब जम्मू-कश्मीर में जाने के लिए परमिट लेना पड़ता था। लेकिन 8, मई, 1953 को वह बिना परमिट लिए जम्मू-कश्मीर की यात्रा पर निकल पड़े थे। वहां पहुंचते ही 11 मई को उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। 40 दिन तक श्यामा प्रसाद मुखर्जी जेल में बंद रहे और 23, जून, 1953 को जेल के अस्पताल में उनकी रहस्यमयी परिस्थितियों में मृत्यु हो गई।
लेखक-प्रियंका लाल