उत्तर प्रदेश में रामचरितमानस पर मचा महाभारत खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा। इस बीच समाजवादी पार्टी ने बड़ा एक्शन लिया है, पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ मोर्चा खोलने वालीं ऋचा सिंह और रोली तिवारी मिश्रा को सपा से निष्कासित कर दिया गया।
समाजवादी में समाजवाद नहीं
दोनों नेताओं को पार्टी से बाहर निकालने के बाद ऋचा सिंह ने कहा कि समाजवादी पार्टी में समाजवाद शब्द का कोई अर्थ नहीं रह गया है। उनका कहना है की अखिलेश यादव इस समय लंदन में हैं। वहीं से ट्वीट कर हमारे खिलाफ निष्कासन आदेश जारी करवा गया। वहीं दूसरी तरफ रोली तिवारी मिश्रा ने भावुक होकर कहा कि मैं अखिलेश यादव का हमेशा हौसला बनकर खड़ी रही। मुलायम सिंह यादव मेरे पिता की तरह थे। मुझे बिना कारण बताए पार्टी से निकाल दिया गया।
हमें सज़ा कबुल है….
अखिलेश यादव के इस फैसले के बाद पार्टी की नेताओं का कहना है की हमने रामचरितमानस पर टिप्पणी करने वाले नेता का विरोध किया था। इस कारण हमे पार्टी से निकाल दिया गया। अगर भगवान श्रीराम और रामचरितमानस के लिए हमे यह सज़ा मिली है, तो हम इसे स्वीकार करते हैं। हमने पार्टी की 10 सालो तक सेवा की और पार्टी को आगे बढ़ाने के लिए लगातार कार्य किया लेकिन पार्टी ने बिना कारण बताए नोटिस जारी कर अंसवैधानिक रूप से हम पर कार्रवाई की। अब ऐसे में सवाल ये है की समाजवादी पार्टी के बाकि नेता इस फैसले को कैसे देखते हैं?