नई दिल्ली। वक्फ (संशोधन) विधेयक के लिए संयुक्त संसदीय समिति (JPC) में शामिल विपक्ष के सदस्यों ने पांच शहरों में होने वाली इसकी आगामी बैठकों का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है.
कांग्रेस, डीएमके, टीएमसी, आप और समाजवादी पार्टी के विपक्षी सांसदों ने JPC के अध्यक्ष भाजपा सांसद जगदंबिका पाल पर नैतिकताओं का उल्लंघन करने, एक विशेष एजेंडे के साथ काम करने और JPC की कार्यवाही को मजाक में बदलने का आरोप लगाते हुए यह फैसला लिया है.
JPC के अध्यक्ष पर TMC सांसद ने लगाया आरोप
तृणमूल कांग्रेस (TMC) सांसद कल्याण बंदोपाध्याय ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि विपक्ष के सदस्यों द्वारा लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखने और उनसे मिलने के बाद आगामी बैठकों का बहिष्कार का फैसला किया गया.TMC सांसद ने आरोप लगाया गया कि जगदंबिका पाल सुबह से रात तक मनमाने ढंग से बैठक तय कर रहे हैं और अत्याचारी हैं. उन्होंने कहा कि लोकसभा अध्यक्ष ने इस बात पर सहमति जताई थी कि बैठकें व्यस्त थीं और उन्होंने कहा कि वे उन्हें स्थगित करने पर विचार करेंगे, लेकिन कुछ भी नहीं किया गया है.
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5 शहरों में होनी है JPC की बैठक
बंदोपाध्याय ने कहा कि JPC अध्यक्ष अपनी पसंद से संगठनों से लोगों को बैठक में बुला रहे हैं…ऐसे लोग जो भाजपा के बहुत करीब हैं और जिनका कोई हित नहीं है. उन्होंने कहा अध्यक्ष राष्ट्रीय हित के लिए नहीं बल्कि एक एजेंडे के साथ काम कर रहे हैं…इसलिए हमने जेपीसी के आगामी दौरे का बहिष्कार करने का फैसला किया है…ज्ञात हो कि आगामी बैठक 9 नवंबर से निर्धारित की गई थी. सदस्यों को छह दिनों में 5 शहरों में बैठकों में भाग लेने के लिए निर्धारित किया गया था.