सांसदों के निलंबन के खिलाफ जंतर-मंतर पर विपक्ष का प्रदर्शन, राहुल ने कहा- ये मोहब्बत और नफरत की लड़ाई…

Published

नई दिल्ली: संसद सत्र के दौरान विपक्षी सांसदों के निलंबन के खिलाफ अब विपक्षी खेमा INDIA सड़क पर उतरकर प्रदर्शन कर रहा है। इसी क्रम में शुक्रवार को विपक्षी सांसदों ने जंतर-मंतर पर अपना विरोध प्रदर्शन किया।

इस दौरान मंच पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, एनसीपी नेता शरद पवार, लेफ्ट नेता सीताराम येचुरी, आरजेडी सांसद मनोज झा,  कांग्रेस नेता राहुल गांधी केसी वेणुगोपाल, अधीर रंजन, डी राजा (CPI), रणदीप सुरजेवाला, प्रमोद तिवारी, जॉन ब्रिटास, संजीव अरोड़ा और सुशील रिंकू (AAP)  नजर आए।

इस दौरान राहुल गांधी ने अपने संबोधन में कहा कि, “कुछ दिन पहले संसद भवन में दो-तीन युवा कूदकर अंदर आ गए। उन्हें कूदते हुए हम सबने देखा। वे अंदर आए, उन्होंने थोड़ा धुआं फैलाया, भाजपा के सभी सांसद भाग गए, जो अपने आप को देश भक्त कहते हैं उनकी हवा निकल गई। वे अंदर कैसे आए? संसद के अंदर वे गैस का सिलेंडर ले आए? उन्होंने ये विरोध क्यों किया? उसका कारण क्या था? बेरोज़गारी! इस देश का युवा आज रोजगार नहीं पा सकता है।”

राहुल गांधी ने इस दौरान बेरोजागारी को सबसे बड़ा मुद्दा बताया और इसको लेकर मोदी सरकार पर हमला बोला। राहुल गांधी ने कहा कि, “देश में आज भयंकर बेरोजगारी है, देश का युवा आज रोजगार नहीं पा सकता है। मोदी सरकार में देश का युवा साढ़े सात घंटे फोन पर रहता है। क्योंकि मोदी जी ने उसे रोजगार नहीं दिया है।”

मल्लिकार्जुन खड़गे ने जाति का हवाला दिया!

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, “संविधान के उच्च पद पर बैठने वाले लोग कहते हैं कि मेरी जाति के कारण मेरा अपमान किया जा रहा है। अगर आपकी हालत यही है तो मेरे जैसे दलित की हालत क्या होगी? मैं जब सदन में बात करने के लिए उठता था तो उस समय मुझे बोलने का मौका नहीं दिया जाता था, तो मैं क्या कहूं कि ये भाजपा के लोग, भाजपा की सरकार एक दलित को बोलने नहीं दे रही है? क्या मैं ऐसा कहूं?”