पाकिस्तान का हाल हुआ बेहाल… ब्याज दर उच्च स्तर पर बरकरार

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नई दिल्ली/डेस्क: पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक ने लगातार छठी बार अपनी नीति बैठक में प्रमुख उधारी दर में कोई बदलाव नहीं करते हुए इसे 22 प्रतिशत के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर बरकरार रखा. इस बीच पड़ोसी देश में नवनिर्वाचित सरकार IMF के साथ राहत पैकेज की अगली किश्त हासिल करने के लिए चर्चा कर रही है. IMF को यह तय करना है कि क्या पाकिस्तान ने 1.1 अरब डॉलर की अगली किश्त पाने के लिए जरूरी शर्तों को पूरा कर लिया है.

इसी बीच एसबीपी ने एक बयान में कहा कि केंद्रीय बैंक की मौद्रिक नीति समिति ने बैठक की और वर्तमान आर्थिक वृद्धि की समीक्षा की. एमपीसी ने यथास्थिति बनाए रखने के संबंध में कहा कि हालांकि मुद्रास्फीति में उल्लेखनीय गिरावट आई है, फिर भी यह काफी अधिक है, और इसलिए केंद्रीय बैंक जोखिमों के प्रति संवेदनशील बना हुआ है.

पाक के लोग महंगाई से परेशान

पाकिस्तान की गरीबी खत्म होने का नाम नहीं ले रही है, रमजान का महिना चल रहा है और सभी सामानों के दाम आसमान छू रहे है. महंगाई इतनी की लोगों को घर का राशन लेना भी दुश्वार हो रहा है. यही वजह से पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक ने ब्याज दरों में कोई बदलाव ना करने का फैसला लिया है. लेकिन पाकिस्तान की सरकार इस बात से बिल्कुल बेखबर नज़र आ रही है. मौजूदा समय में पकिस्तान में पॉलिसी रेट 22 फीसदी के साथ रिकॉर्ड हाई पर मौजूद हैं.

जापान ने दिया अर्थव्यवस्था पर ध्यान

जापान के केंद्रीय बैंक ने अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए 17 वर्षों में पहली बार अपनी प्रमुख कर्ज दरों को बढ़ा दिया है. इसके साथ ही वहां नकारात्मक ब्याज दरों की लंबे समय से चली आ रही नीति समाप्त हो गई है. बैंक ऑफ जापान ने अपनी नीति बैठक में अल्पकालिक ब्याज दर को ऋणात्मक 0.1 प्रतिशत से बढ़ाकर 0.1 प्रतिशत कर दिया. ब्याज दरों में फरवरी 2007 के बाद पहली बार बढ़ोतरी हुई है.

लेखक: इमरान अंसारी