नई दिल्ली/डेस्क: पीएम मोदी ने ‘परीक्षा पे चर्चा’ (Pariksha Pe Charcha 2024) कार्यक्रम के दौरान छात्रों के और शिक्षकों के बीच एक सकारात्मक रिश्ते की महत्वता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को सिलेबस के पार जाकर छात्रों के साथ एक संबंध बनाना चाहिए। पीएम मोदी ने बताया कि शिक्षकों को बच्चों के तनाव को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा कि दोस्तों के साथ प्रतिस्पर्धा करने की जरूरत नहीं है, बल्कि खुद से प्रतिस्पर्धा करनी चाहिए। साथ ही उन्होंने दोस्तों के साथ उत्साह और सहयोग की भावना बनाए रखने की सलाह दी.
प्रधानमंत्री ने प्रतिस्पर्धा से निपटने के लिए मूल मंत्र भी दिया और कहा कि दबाव तीन प्रकार के होते हैं – खुद के ऊपर डाला जाने वाला दबाव, माता-पिता की ओर से आने वाला दबाव, और बिना किसी कारण के होने वाला दबाव। उन्होंने सभी को मिलकर इन दबावों से निपटने के लिए प्रयास करने की सलाह दी।
समाजिक दबाव के बारे में बात करते हुए, पीएम मोदी ने गुरुमंत्र दिया और कहा कि सभी को मिलकर इसे निपटने का समाधान ढूंढ़ना होगा।
लेखक: करन शर्मा