लखनऊ/उत्तर प्रदेश: राम की नगर अयोध्या में 22 जनवरी 2024 देश व दुनियाभर के हजारों-लाखों श्रद्धालुओं के लिए यादगार बनने वाला है। क्योंकि 22 जनवरी को भगवान श्रीराम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होनी है। यही कारण है कि अयोध्या में अभिषेक समारोह की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। इन तैयारियों में भक्तों कि लिए यात्रा और आवास सुविधाओं सहित कई व्यवस्थाओं पर जोर दिया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने गुरुवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 दिसंबर को अयोध्या हवाईअड्डे का उद्घाटन करेंगे। उन्होंने कहा कि, “पीएम मोदी 30 दिसंबर 2023 को अयोध्या अयोध्या हवाई अड्डे का भी उद्घाटन करेंगे और यह 5 जनवरी 2024 को चालू हो जाएगा।”
खबर है कि विमानन कंपनी इंडिगो (IndiGo) का विमान 30 दिसंबर को दिल्ली से अयोध्या के लिए अपनी पहली उद्घाटन उड़ान भरने जा रहा है।
भक्तों के लिए विशेष ट्रेनों को चलाएगा रेलवे
उन्होंने कहा, “चाहे रेलवे यात्रा हो, अतिरिक्त लाइनें हों, विशेष ट्रेनें हों या आवास सुविधाएं हों, हर चीज पर नजर रखी जा रही है और उस पर काम किया जा रहा है।”
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने 14 दिसंबर को अयोध्या हवाई अड्डे को एयरोड्रोम लाइसेंस प्रदान किया, जिससे यह संचालन के लिए तैयार हो गया।
भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) के अध्यक्ष संजीव कुमार ने 14 दिसंबर को नई दिल्ली में DGCA के महानिदेशक विक्रम देव दत्त से लाइसेंस प्राप्त किया।
यह उपलब्धि महत्वपूर्ण थी क्योंकि परियोजना समयबद्ध थी और हवाईअड्डा दुनिया भर के उन लोगों की सुविधा के लिए चालू होगा जो मंदिर शहर अयोध्या की यात्रा करने की योजना बना रहे हैं।
हवाई अड्डे में 2200 मीटर लंबा रनवे, एयरोनॉटिकल ग्राउंड लाइट्स (AGL) बुनियादी ढांचा, डॉपलर वेरी हाई-फ्रीक्वेंसी ओमनी रेंज (DVAR) और एक इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (IMLS) है।
हवाई अड्डा दिन और रात के संचालन के साथ-साथ 550 मीटर से अधिक की कम दृश्यता की स्थिति के दौरान भी उपयुक्त होगा। एएआई और डीजीसीए दोनों अधिकारियों ने इस परियोजना को सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए सहयोग किया।
बता दें कि, टर्मिनल बिल्डिंग को पीक आवर्स के दौरान 600 यात्रियों और सालाना 10 लाख यात्रियों को संभालने के लिए डिजाइन किया गया है।