Kalki Dham: भगवान विष्णु के 10वें अवतार कल्कि का मंदिर, पीएम मोदी ने किया शिलान्यास, जानिए कैसा होगा ये मंदिर?

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लखनऊ/उत्तर प्रदेश: नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के संभल जिले में श्री कल्कि धाम मंदिर की आधारशिला रखी है, जो हिंदू धर्म के अनुसार भगवान कल्कि के जन्म स्थान के रूप में महत्वपूर्ण है। इस मंदिर के निर्माण से जुड़े तथ्यों के अनुसार, इसमें 5 एकड़ में परिसर, 108 फीट ऊंचा शिखर, और 10 गर्भगृह होंगे, जो इसे अनोखा बनाएंगे।

भगवान कल्कि के अवतार का समय

पुराणों के अनुसार, भगवान कल्कि का जन्म सावन महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को होगा, संभल नामक स्थान पर। भगवान कल्कि के पिता भगवान विष्णु के भक्त होंगे और वे वेदों और पुराणों के ज्ञाता भी होंगे। उनका आवतार सफेद घोड़े पर सवार होकर पापियों का संहार करने के लिए होगा।

कलियुग के समाप्ति और कल्कि अवतार

कलियुग का प्रारंभ 3102 ईसा पूर्व से हो चुका है, और मान्यता है कि इसका कुल समय 4 लाख 32 हजार वर्ष है। इसमें से करीब 5126 साल बीत चुके हैं और अभी और 426875 साल बाकी हैं। भगवान कल्कि का अवतार होने में अभी लगभग 426875 साल बाकी हैं, जब वे अधर्म का नाश करने और धर्म की पुनर्स्थापना के लिए अवतरित होंगे।

भगवान कल्कि के अवतार का उद्देश्य

भगवान कल्कि के आवतार का उद्देश्य है धर्म की पुनर्स्थापना करना और अधर्म का समाप्त करना। जैसे-जैसे कलयुग आगे बढ़ेगा, पृथ्वी पर अत्याचार और पाप बढ़ता जाएगा, और भगवान कल्कि अवतार लेकर इसे सफाया करेंगे।

इस प्रकार, भगवान कल्कि के अवतार का समय और उद्देश्य हिंदू धर्म में महत्वपूर्ण हैं, जिन्हें लोग अपने आस्थाओं के साथ जुड़ा हैं और इसे एक महत्वपूर्ण घटना के रूप में देखते हैं।

शिलान्यास के बाद श्री कल्कि धाम निर्माण ट्रस्ट के अध्यक्ष आचार्य प्रमोद कृष्णम भी प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ करते दिखे।