नई दिल्ली/डेस्क: अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन की तैयारियां आज से अपने अंतिम चरण में हैं। प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान की शुरुआत भी हो रही है, जो 22 जनवरी तक जारी रहेगी। आयोजन के मुख्य यजमान अनिल मिश्रा होंगे और आज मुख्य यजमान अनिल मिश्रा से कुछ कर्म कराए जाएंगे, जिसमें उन्हें 10 तरह से स्नान कराया जाएगा।
नवग्रह कुंड का Exclusive video भी सामने आया है, जहां यज्ञ हवन का काम किया जाएगा। उपवास और नियम का पालन कर रहे प्रधानमंत्री मोदी ने ट्रस्ट से अनुष्ठान के बारे में पूछा और 11 दिनों से एक समय का उपवास के साथ इसी नियम का पालन कर रहे हैं। आयोजन से 3 दिन पहले से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिस्तर पर शयन नहीं करेंगे और इस दौरान कठिन उपवास करेंगे, केवल फलाहार का सेवन करेंगे और लकड़ी की चौकी पर शयन करेंगे।
प्राण प्रतिष्ठा के दिन प्रधानमंत्री मोदी पूर्ण उपवास रखेंगे और विशिष्ट मंत्रों का जप करेंगे। उन्हें जटायु जी की मूर्ति का पूजन करना होगा, जो मंदिर के लिए बलिदान देने वालों की प्रतीक है। इसके साथ ही, वे मंदिर निर्माण में भूमिका निभाने वाले मजदूरों से मुलाकात करेंगे।
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह की सभी प्रक्रियाएं वाराणसी के आचार्य गणेशवर शास्त्री द्रविड़ और काशी के मुख्य आचार्य लक्ष्मीकांत दीक्षित के नेतृत्व में 121 आचार्य पूरी करेंगे। 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में मौजूद रहेंगे।
लेखक: करन शर्मा