संसद सुरक्षा चूक मामले पर PM मोदी का बयान; “बहुत गंभीर! बहस करने की कोई जरूरत नहीं, इसकी विस्तृत जांच की जानी चाहिए।”

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नई दिल्ली: पिछले हफ्ते संसद सुरक्षा उल्लंघन पर अपनी पहली टिप्पणी में, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि घटना “बहुत गंभीर” थी। उन्होंने कहा कि इस पर “बहस करने की कोई जरूरत नहीं, इसकी विस्तृत जांच की जानी चाहिए।”

पीएम ने आगे कहा कि इस घटना की गंभीरता को कम करके नहीं आंका जाना चाहिए। लोकसभा अध्यक्ष सभी आवश्यक कदम उठा रहे हैं। जांच एजेंसियां मामले की जांच कर रही हैं। यह पता लगाना महत्वपूर्ण है कि इसके पीछे कौन से तत्व हैं और उनके उद्देश्य क्या हैं। इस पर बहस करने की जरूरत नहीं है, इसकी विस्तृत जांच होनी चाहिए।

लोकसभा कक्ष में बुधवार को चौंकाने वाला दृश्य सामने आया जब दो घुसपैठिये एक डेस्क से दूसरे डेस्क पर कूद पड़े और कनस्तरों से रंगीन धुंआ निकालने लगे। उनके सह-अभियुक्तों ने संसद के बाहर भी इसी तरह का विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने जांचकर्ताओं से कहा है कि उनका उद्देश्य मणिपुर हिंसा, बेरोजगारी और किसानों की समस्याओं पर ध्यान आकर्षित करना था। एक मामले में अब तक कुल छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है। दिल्ली पुलिस ने अतिक्रमणकारियों के खिलाफ सख्त आतंकवाद विरोधी कानून, गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम लागू किया है।

विपक्ष की गृह मंत्री बयान की मांग

विपक्ष ने भारी सुरक्षा उल्लंघन पर सरकार की आलोचना की है और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बयान की मांग की है। हालांकि, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा है कि लोकसभा के अंदर की सुरक्षा सचिवालय के दायरे में है और वह केंद्र को हस्तक्षेप नहीं करने देंगे। उन्होंने विपक्षी सांसदों के नारों का जवाब देते हुए कहा, “सरकार लोकसभा सचिवालय की (जिम्मेदारियों में) हस्तक्षेप नहीं कर सकती। हम इसकी अनुमति भी नहीं देंगे।”

खड़गे ने कहा टीवी पर बोलते हैं संसद में क्यों नहीं?

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि सुरक्षा उल्लंघन एक गंभीर मुद्दा है। उन्होंने कहा, “हम संसद में गृह मंत्री का बयान मांग रहे हैं, लेकिन गृह मंत्री कुछ नहीं कह रहे हैं, ना ही कोई बयान दे रहे हैं। वह टीवी शो में बोल रहे हैं, लेकिन संसद के अंदर नहीं। यह लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है।”

संसद हमले के आरोपी बेरोजगार- राहुल गांधी

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले युवा वे युवा थे जो नरेंद्र मोदी सरकार की नीतियों के कारण बेरोजगार हैं। उन्होंने कहा, “देश में सबसे बड़ा मुद्दा बेरोजगारी का है, जो पूरे देश में उबल रहा है। मोदी जी की नीतियों के कारण देश के युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है।”

सरकार पर ममता बनर्जी का बयान

संसद सुरक्षा उल्लंघन की घटना पर पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा, “यह एक सुरक्षा चूक है। गृह मंत्री पहले ही यह स्वीकार कर चुके हैं और ये बहुत गंभीर मामला है। उन्हें मामले की जांच करने दीजिए…वे (विपक्ष) पहले ही इस मुद्दे को उठा चुके हैं और इसीलिए टीएमसी नेता डेरेक ओ’ब्रायन को निलंबित कर दिया गया है और अन्य कांग्रेस और डीएमके सांसदों को भी निलंबित कर दिया गया है।”