“भारत को बम की जरूरत है” ललित की सोशल मीडिया पोस्ट, पुलिस जांच में हुए चौकाने वाले खुलासे!

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नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने कहा कि ललित ने 13 दिसंबर, बुधवार को संसद सुरक्षा उल्लंघन से कुछ हफ्ते पहले 26 अक्टूबर को अपने सोशल मीडिया हैंडल पर “भारत को बम चाहिए” पोस्ट डाली थी, जिसमें लिखा गया था कि “भारत को बम की जरूरत है।”

ललीत ने अपनी अगली पोस्ट बंगला भाषा में पोस्ट की, जिसमें उसने लिखा- “भारत को आज जिस चीज की जरूरत है वह एक बम है। अत्याचार, अन्याय और अराजकता के खिलाफ एक मजबूत आवाज की जरूरत है।”

दिल्ली पुलिस ने कहा, ललित ने अपने सोशल मीडिया पर इसी तरह के भड़काऊ पोस्ट किए। यही कारण है कि ललित झा के सोशल मीडिया पोस्टों की कड़ई से जांच कराई जा रही है।

ऐसी ही पोस्टों से भरा पड़ा है ललित झा का सोशल मीडिया

बता दें कि ललित झा का सोशल मीडिया इसी तरह के भड़काऊ पोस्ट से भरा पड़ा है, इसी वजह से स्पेशल सेल ललित के सोशल मीडिया लिंक की जांच कर रही है।

5 नवंबर को लिखे एक अन्य पोस्ट में ललित ने लिखा कि जो कोई भी आजीविका और अधिकारों के बारे में बात करता है, चाहे वह कोई भी हो, उसे ‘कम्युनिस्ट’ करार दिया जाता है।

ललित के सोशल मीडिया लिंकों की जांच जारी!

स्पेशल सेल ने कहा कि वह इस बात की भी जांच कर रही है कि ललित सोशल मीडिया पर किसके संपर्क में था, साथ ही यह भी जांच कर रही है कि क्या कथित सुरक्षा उल्लंघन मास्टरमाइंड सोशल मीडिया पर दूसरों से बात कर रहा था और यदि हां, तो फिर क्या बात कर रहा था।

अगर स्पेशल सेल की मानें तो ललित सोशल मीडिया की मदद से लोगों को गुमराह कर रहा था। वहीं, इस मामले में दिल्ली पुलिस का कहना है कि ललित एक तलाशी के बाद गिरफ्तार होने के बाद से जांचकर्ताओं को ‘गुमराह’ कर रहा है।

बता दें कि स्पेशल सेल ने दूरसंचार सेवा प्रदाता को भी पत्र लिखकर ललित और अन्य चार आरोपी व्यक्तियों के बारे में जानकारी मांगी है।

सबूत मिटाने के बाद ललित ने किया आत्मसमर्पण!

इससे पहले, दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने खुलासा किया था कि ललित ने दिल्ली आने से पहले पांच मोबाइल फोन नष्ट कर दिए थे, साथ ही कहा था कि वह जांच टीम को गुमराह कर रहा था।

बता दें कि ललित ने राजस्थान के कुचामन में भागने के बाद चार नहीं बल्कि पांच मोबाइल फोन नष्ट कर दिए। सूत्रों ने बताया कि संसद सुरक्षा उल्लंघन मामले में पांचवें आरोपी और मास्टरमाइंड ललित पर कुचामन भागने के बाद अपने दोस्त महेश के साथ मिलकर अपने सहयोगियों के मोबाइल फोन जलाने का आरोप है।

अभी तक मिली जानकारी के अनुसार, घटना से पहले ही सभी चार आरोपियों ने अपने मोबाइल फोन झा को सौंप दिए थे ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि मामले में महत्वपूर्ण सुराग जांचकर्ताओं के हाथ न लगें। क्योंकि सभी आरोपियों को पहले ही पता था कि घटना के बाद उनकी गिरफ्तारी जरूर होगी।

पुलिस के अनुसार, कुचामन में झा की मुलाकात अपने दोस्त महेश से हुई, जिसने उसे रात के लिए एक कमरा दिलाया, पुलिस सूत्रों ने बताया कि दोनों की मुलाकात फेसबुक के जरिए हुई थी, जैसा कि झा ने पूछताछ के दौरान खुलासा किया।

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