“मासूमों की मौत हृदय विदारक…”, झांसी अग्निकांड पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और PM मोदी ने जताया दुख

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Jhansi fire: उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में शुक्रवार रात महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में आग लगने से 10 नवजात बच्चों की दर्दनाक मौत हो गई. जबकि 16 बच्चे गंभीर रुप से घायल हैं. मिली जानकारी के अनुसार, यह दुर्घटना नवजात शिशु देखभाल इकाई (NICU) के एक हिस्से में शॉर्ट सर्किट के कारण हुई है. जिलाधिकारी ने बताया कि आग रात करीब साढ़े दस से 10:45 बजे के बीच लगी. बाहरी हिस्से में मौजूद अधिकांश बच्चों को सुरक्षित निकाल लिया गया, लेकिन अंदर के हिस्से में 10 बच्चों की मौत हो गई. इस हृदयविदारक घटना पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट कर गहरा दुख जताया है.

उत्तर प्रदेश के झांसी मेडिकल कॉलेज में आग लगने की घटना में मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि और घायलों को 50,000 रुपये देने की घोषणा की है.

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने जताया दुख

इस घटना पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गहरा दुख व्यक्त किया है. उन्होंने कहा, “महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज, झांसी में हुई दुर्घटना अत्यंत हृदयविदारक है. ईश्वर, शोक संतप्त माता-पिता और परिवारजनों को इस क्रूर आघात को सहने की शक्ति प्रदान करें. मैं घायल शिशुओं के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं.”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जताया शोक

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए एक्स पर लिखा, “उत्तर प्रदेश में झांसी के मेडिकल कॉलेज में आग लगने से हुआ हादसा अत्यंत मन को व्यथित करने वाला है. जिन्होंने अपने मासूम बच्चों को खो दिया, उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं. ईश्वर उन्हें यह दुख सहने की शक्ति प्रदान करें. राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन राहत और बचाव कार्य में जुटे हैं.”

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिए निर्देश

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे की गंभीरता को देखते हुए तत्काल जांच के आदेश दिए. उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचे और राहत कार्यों का जायजा लिया.

वहीं, प्रशासन ने बताया कि एनआईसीयू में मौजूद उपकरणों की सुरक्षा और शॉर्ट सर्किट की जांच के लिए विशेषज्ञों की टीम तैनात की गई है. पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है. और घायलों का इलाज मेडिकल कॉलेज में जारी है. डॉक्टरों ने बताया कि स्थिति पर काबू पा लिया गया है, लेकिन घटना ने पूरे क्षेत्र को शोकमग्न कर दिया है.