देशभर में दशहरा की धूम; राष्ट्रपति मुर्मू और पीएम मोदी ने रावण दहन के बाद देशवासियों को दिया ये खास संदेश

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नई दिल्ली: शनिवार को राष्ट्रीय राजधानी के लाल किले के पास माधव दास पार्क में आयोजित दशहरा उत्सव में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाग लिया. राष्ट्रपति मुर्मू और पीएम मोदी ने भगवान राम, लक्ष्मण और हनुमान के किरदार निभाने वाले कलाकारों के माथे पर तिलक लगाया. इस अवसर पर रावण, मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतलों का दहन किया गया. इससे पहले, राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने विजयादशमी के मौके पर देशवासियों को शुभकामनाएं दीं.

राष्ट्रपति मुर्मू का देशवासियों को संदेश

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “विजयादशमी के पावन अवसर पर, मैं सभी देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई देती हूं. यह न्याय पर अन्याय की विजय का पर्व है. यह हमारे सत्य और नैतिकता के मूल्यों में विश्वास का प्रतीक है.”

उन्होंने आगे कहा, “इस पावन अवसर पर हमें यह संकल्प लेना चाहिए कि हम कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी न्याय का साथ देंगे. मैं कामना करती हूं कि यह पवित्र पर्व सभी के जीवन में खुशहाली और समृद्धि लाए और हमारा देश सदैव विकास के पथ पर अग्रसर रहे.”

प्रधानमंत्री मोदी का देशवासियों को संदेश

पीएम नरेंद्र मोदी ने भी देशवासियों को विजयादशमी की शुभकामनाएं देते हुए X पर लिखा, “विजयादशमी की देशवासियों को ढेरों शुभकामनाएं. मां दुर्गा और भगवान श्रीराम के आशीर्वाद से आप सभी जीवन के हर क्षेत्र में विजय प्राप्त करें.”

दशहरा और विजयादशमी का महत्त्व

विजयादशमी, जिसे दशहरा भी कहा जाता है, एक प्रमुख हिंदू त्योहार है जो हर साल नवरात्रि के अंत में मनाया जाता है. यह अश्विन माह के दसवें दिन मनाया जाता है, जो हिंदू पंचांग के अनुसार सातवां महीना होता है. यह पर्व आमतौर पर सितंबर और अक्टूबर के महीनों में आता है. इसके 20 दिन बाद दीपावली का उत्सव मनाया जाता है.

RSS के 100 वर्ष पूरे होने पर संघ को पीएम की बधाई

पीएम मोदी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के 100 वर्ष पूरे होने पर संघ को बधाई दी और स्वयंसेवकों की राष्ट्र सेवा की भावना की सराहना की. उन्होंने कहा, “राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, जो राष्ट्र की सेवा के लिए समर्पित है, आज अपने 100वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है. इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर मेरी हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं. संघ का यह संकल्प और समर्पण आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगा और ‘विकसित भारत’ के लक्ष्य को प्राप्त करने में नई ऊर्जा भरेगा.”

RSS प्रमुख मोहन भागवत का संदेश

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने अपने विजयादशमी संबोधन में हिंदुओं के एकजुट होने का आह्वान किया. उन्होंने बांग्लादेश का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां पहली बार हिंदू समुदाय ने खुद की सुरक्षा के लिए एकजुट होकर विरोध किया. उन्होंने हिंसा की निंदा की और कहा कि जब तक कट्टरपंथी हिंसा जारी रहेगी, न केवल हिंदू बल्कि सभी अल्पसंख्यक समुदाय खतरे में रहेंगे.