पिछली सरकारों को आदिवासी समुदायों की कोई परवाह नहीं…बिहार में विपक्ष पर गरजे PM मोदी

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PM Modi Bihar Visit

PM Modi Bihar Visit: भारतीय आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी और मुंडा जनजाति के लोक नायक बिरसा मुंडा की आज 150वीं जयंती है. आज के इस दिन को ‘जनजातीय गौरव दिवस’ के रूप में मनाया जा रहा है. वहीं, इस मौके पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार के जमुई पहुंचे हैं. जहां उन्होंने आदिवासी समाज के प्रतिक बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि दी, साथ ही पारंपरिक ढोल पर हाथ भी आजमाया.

आदिवासी समुदाय के प्रतीक बिरसा मुंडा की जयंती के अवसर पर पीएम मोदी ने 6,640 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का अनावरण किया. पीएम ने बिरसा मुंडा के सम्मान में एक स्मारक सिक्का और डाक टिकट का अनावरण किया, और जनता को कार्तिक पूर्णिमा, देव दीपावली और गुरु नानक देव जी के 500वें प्रकाश पर्व की बधाई दी. पीएम मोदी ने देशवासियों और विशेषकर आदिवासी समाज को जनजातीय गौरव दिवस की भी बधाई दी.

हमारा सौभाग्य द्रौपदी मुर्मू बनीं देश की राष्ट्रपति- पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कार्यक्रम में जनता को संबोधित करते हुए कहा, “चाहे संस्कृति हो या सामाजिक न्याय, आज की एनडीए सरकार का मानक अलग है. मैं इसे न केवल बीजेपी के लिए बल्कि एनडीए के लिए भी सौभाग्य मानता हूं कि हमें द्रौपदी मुर्मू को देश का राष्ट्रपति बनाने का अवसर मिला. वह देश की पहली आदिवासी राष्ट्रपति हैं. मुझे याद है जब एनडीए ने द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति बनाने का फैसला किया था,

हमारे नीतीश बाबू ने पूरे देश की जनता से अपील की थी कि द्रौपदी मुर्मू को भारी मतों से राष्ट्रपति बनाया जाए. पीएम जनमन योजना जिसके तहत आज कई काम शुरू हुए हैं उसका श्रेय भी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को जाता है. आदिवासी समुदायों के जीवन की कठिनाइयों को कम करने के लिए 24,000 करोड़ रुपये की पीएम जनमन योजना शुरू की गई. पिछली सरकारों को अति पिछड़े आदिवासी समुदायों की कोई परवाह नहीं थी.”

आदिवासी समाज को PM मोदी ने दी करोड़ों की सौगात

इसी के साथ पीएम मोदी आगे कहा कि “यह अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार थी जिसने आदिवासी कल्याण के लिए एक अलग मंत्रालय बनाया था. 10 साल पहले आदिवासी क्षेत्रों और आदिवासी परिवारों के विकास का बजट 25,000 करोड़ रुपये से भी कम था. हमारी सरकार ने इसे 5 गुना बढ़ाकर 1.25 लाख करोड़ रुपये कर दिया है.

अभी कुछ दिन पहले ही हमने देश के 60 हजार से ज्यादा आदिवासी गांवों के विकास के लिए एक विशेष योजना शुरू की है ‘धरती आबा, जनजातीय ग्राम, उत्कर्ष अभियान’. इसके तहत आदिवासी गांवों में करीब 80,000 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा. इस योजना का उद्देश्य आदिवासी समाज को आवश्यक सुविधाएं प्रदान करने के साथ-साथ युवाओं के लिए प्रशिक्षण और रोजगार के अवसर पैदा करना है.

श्रीनगर-सिक्किम में 2 आदिवासी अनुसंधान केंद्रों का उद्घाटन

पीएम मोदी ने अपने संबोधन में बताया कि “आज श्रीनगर और सिक्किम में दो आदिवासी अनुसंधान केंद्रों का उद्घाटन किया गया है. रांची में भगवान बिरसा मुंडा के नाम पर एक विशाल संग्रहालय शुरू किया गया. लेह में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ सोवा रिग्पा की स्थापना की गई है, अरुणाचल प्रदेश में नॉर्थ ईस्टर्न इंस्टीट्यूट ऑफ आयुर्वेद एंड फोक मेडिसिन रिसर्च को अपडेट किया गया है. भारत में WHO का ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन भी बनाया जा रहा है. जिससे अब भारतीय आदिवासियों की पारंपरिक चिकित्सा प्रणाली को देश-दुनिया तक पहुंचाने में मदद मिलेगी.”