Pune Porsche Car Accident Case: पुणे पोर्श कार एक्सीडेंट केस में एक बड़ा ट्विस्ट सामने आया है। दरअसल, अब 17 साल के आरोपी ने दावा किया है कि दुर्घटना के समय वह गाड़ी नहीं चला रहा था, बल्कि उनका फैमिली ड्राइवर गाड़ी चला रहा था।
वहीं, ऐसे में दुर्घटना के समय आरोपी नाबालिग के साथ मौजूद उसके साथियों ने भी इन दावों का समर्थन किया है।
क्या है पूरा मामला ?
बता दें, 19 मई रविवार देर रात करीब 2:30 बजे महाराष्ट्र के पुणे के कोरेगांव पार्क इलाके में बाइक से जा रहे एक कपल को एक स्पोर्ट्स कार ने टक्कर मार दी थी। इस हादसे में महिला की मौके पर ही मौत हो गई, वहीं युवक ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था।
बता दें, कि दोनों मृतक आईटी इंजीनियर थे। दोनों बाइक से रोड क्रॉस कर रहे थे, तभी लगभग 200 -240 की स्पीड पर आ रही पॉर्श ने कपल को जोरदार टक्कर मार दी। जिसमें दोनों की जान चली गई। पोर्श कार में तीन लड़के सवार थे, उनमें से एक मौके से भाग गया था, लेकिन बाद में पुलिस ने सभी को हिरासत में ले लिया, जिसमें पाया गया कि तीनों ने शराब पी थी, गाड़ी चालक नाबालिग था।
नाबालिग रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल का बेटा है। बता दें आरोपी नाबालिग को हादसे के कुछ ही घंटों के बाद जमानत मिल गई थी। इस दौरान उसे कोर्ट ने घटना पर निबंध लिखने की सजा दी। जिसके बाद इसका काफी विरोध हुआ।
तीन पीढ़ियों से हो रही पूछताछ
पुणे पोर्श कार एक्सीडेंट केस में नाबालिग आरोपी के पिता को 21 मई की सुबह संभाजीनगर से हिरासत में लिया गया। वहीं, आरोपी की जमानत को कैंसल कर दिया गया है और उसे 5 जून तक के लिए हिरासत में भेज दिया है। अब पुलिस नाबालिग आरोप, उसके पिता कारोबारी विशाल अग्रवाल, दादा सुरेंद्र अग्रवाल से पूछताछ कर रही है।
लेखक-प्रियंका लाल