नई दिल्ली/डेस्क: भाषा के माध्यम से विचारों को साझा करने का महत्वपूर्ण और सुंदर साधन बनाकर, न्यूज इंडिया ने एक सांवादिक सत्र (Dialogue@newsindia24*7) का आयोजन किया, जिसमें भारत के कानून एवं न्याय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने भी भाग लिया। इस सत्र में, उन्होंने बहुत आधारित और समर्पित भाषा का इस्तेमाल करते हुए राहुल गांधी की “भारत जोड़ो न्याय यात्रा” पर, कानून और न्याय के मुद्दों पर, और राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों पर चर्चा की।
बागड़ी और राजस्थानी भाषा का माहौल
विचारशील और सुशिक्षित मंच पर रहते हुए, अर्जुन राम मेघवाल ने बागड़ी और राजस्थानी भाषा की महत्वपूर्णता को बताया। उन्होंने इसे मारवाड़ी और राजस्थानी भाषा कहा और इसे मातृभाषा के रूप में स्वीकार किया।
उन्होंने कहा कि इन भाषाओं की प्रकृति ऐसी है कि ये हमें अपनी जड़ों से जोड़ती हैं और हमारी सांस्कृतिक पहचान को मजबूती से बढ़ावा देती हैं। उन्होंने कहा, “देखिए बागड़ी भाषा का आपने जिक्र किया है, मातृभाषा को ही पसंद होना चाहिए।”
राहुल गांधी की “भारत जोड़ो न्याय यात्रा” पर चर्चा
वार्ता सत्र में उन्होंने भारत जोड़ो न्याय यात्रा को लेकर अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा, “राहुल गांधी जी द्वारा आयोजित भारत जोड़ो न्याय यात्रा का जवाब हमारे प्रधानमंत्री जी ने दे दिया है। भारत मोदी जी के नेतृत्व में मजबूत हो रहा है।
भारत तो जुड़ा हुआ है, इसे तोड़ने का प्रयास कौन कर रहा है? कभी ‘भारत तेरे टुकड़े होंगे’ गैंग के साथ राहुल गांधी खड़े मिलते हैं और अब भारत जोड़ो जैसी यात्रा नाम देकर यह ढोंग क्यों कर रहे हो भाई? जनता सब जानती है।”
न्याय और कानून के मुद्दों पर विचार
इसके अलावा, अर्जुन राम मेघवाल ने न्याय और कानून के क्षेत्र में किए गए कार्यों पर भी चर्चा की। उन्होंने बताया कि कैसे मंत्रालय संभालने के बाद अदालतों में लंबित मामलों को कम करने के लिए विभिन्न पहलुओं का समर्थन किया जा रहा है।
लेखक: करन शर्मा