अगर शरद पवार प्रधानमंत्री होते तो मैं उनसे भी ऐसा ही सवाल पूछता: राहुल गांधी

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नई दिल्ली/डेस्क: कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी ने हाल ही अडानी और कोयले की बढ़ती कीमत से जुड़ी फाइनेंशियल टाइम्स की खबर को लेकर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमे उन्होंने एक बार फिर अडानी पर 32 हजार करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप लगाया है। उन्होंने यह भी दावा किया है कि अडानी की वजह से बिजली की कीमतें बढ़ी हैं।

राहुल गांधी ने कहा, “अडानी जी इंडोनेशिया से कोयला आयात करते हैं, और जब वह कोयला भारत में आता है, तो उसका रेट डबल हो जाता है, वो कोयले की कीमत को गलत दिखाते हैं।” राहुल गांधी के इस बयान के साथ ही, अडानी समूह के खिलाफ सियासी विवाद फिर से बढ़ गया है।

मीडिया से भी पूछे सवाल

राहुल गांधी ने मीडिया को लेकर एक बयान दिया, जिसमें उन्होंने कहा, “बिजली की कीमतों में बढ़ोतरी के पीछे अडानी की अहम भूमिका है। मैं हैरान हूं कि मीडिया इस मुद्दे पर सवाल नहीं उठाती। इस तरह की खबर से सरकार गिर जाती है। हम कर्नाटक और राजस्थान में लोगों को सब्सिडी दे रहे हैं, जबकि अडानी कीमतों में बढ़ोतरी कर रहे हैं। प्रधानमंत्री चुप क्यों हैं?”

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान, राहुल गांधी ने एक और बयान दिया, जिसमें उन्होंने कहा, “जब लोग बिजली के स्विच को ऑन करते हैं, तो पैसा सीधा अडानी की जेब में जाता है। अडानी की रक्षा भारत के प्रधानमंत्री कर रहे हैं। दुनिया के अन्य देशों में जांच की जा रही है, लेकिन भारत में अडानी को बिना जांच के ब्लैंक चेक दिया जा रहा है। वो जो चाहें कर सकते हैं। लोगों को 32 हजार करोड़ की रकम याद रखनी चाहिए। प्रधानमंत्री अडानी के खिलाफ करवाई क्यों नहीं करते?”

शरद पवार की अडानी से नजदीकियों पर भी बोले

जब शरद पवार की अडानी से नजदीकियों को लेकर राहुल गांधी से सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा, “शरद पवार देश के प्रधानमंत्री नहीं हैं, उनकी जिम्मेदारी अडानी की रक्षा करने की नहीं है। इसलिए मैं शरद पवार से अडानी के साथ किए गए संबंधों के बारे में सवाल नहीं पूछता। अगर शरद पवार प्रधानमंत्री होते और अडानी की रक्षा कर रहे होते। मैंने उनसे भी ऐसा ही सवाल पूछा होता।”

लेखक: करन शर्मा

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