पहली बारिश में खुली अयोध्या के विकास की पोल! रामपथ में गड्ढे और सड़कों व घरों में जल भराव

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अयोध्या: भगवान राम की नगरी अयोध्या में हजारों करोड़ रुपए की विकास योजनाएं चल रही हैं। लेकिन जिस अयोध्या को लेकर बड़े-बड़े विकास के दावे किए गए हैं, वह पहली बारिश में ही नाकाम होती नजर आ रही है। यह स्थिति तब है जब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं अयोध्या के विकास की मॉनीटरिंग कर रहे हैं। पहली बारिश में ही अयोध्या रेलवे स्टेशन की दीवार गिर गई और श्री रामपथ की सड़क पर जगह-जगह गड्ढे हो गए, जिसके कारण वाहन फंसते नजर आ रहे हैं। यह उस अयोध्या की तस्वीर है जिसे हाईटेक सिटी बनाने के दावे किए जा रहे थे।

पहली बारिश में विकास की पोल खुली

भीषण गर्मी के बाद अयोध्या में मानसून से पहले हुई पहली बारिश ने विकास के तमाम दावों की पोल खोल दी। अति महत्वाकांक्षी परियोजना अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन की लगभग 20 मीटर लंबी दीवार गिर गई। कालोनी में पानी भरने की समस्या के साथ ही राम पथ पर जगह-जगह गड्ढे बन गए, जिससे वाहनों को निकलने में दिक्कत हो रही है। पुलिस लाइन के पास सड़क धंस गई और कई स्थानों पर लोग वाहन खींचते नजर आए।

अयोध्यावासियों को हो रही हैं समस्याएं

चौक क्षेत्र में रिकाबगंज रोड पर भी सड़क धंसने से एक कार चपेट में आ गई, जिसे धक्का देकर बाहर निकाला गया। राम मंदिर से कुछ ही दूरी पर रेलवे स्टेशन मार्ग पर कॉलोनी जलवानपुरा में जलभराव हो गया, जिससे लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया। अयोध्या नगर की दर्जनों दुकानों और मकानों में बरसात का पानी घुसने से लोग परेशान हैं।

विकास की असली तस्वीर

अयोध्या में भारी बारिश के बाद नगर निगम में जगह-जगह से पानी भरने की शिकायतें आ रही हैं। पहली ही बारिश में अयोध्या में बने राम पथ और भक्ति पथ की हकीकत सामने आ गई है। रामघाट, कौशलेश कुंज, देवकाली, रामपथ सहित ज्यादातर मुहल्लों में जलभराव और सीवर चोक होने की खबरें मिली हैं। विकास के लिए खर्च किए गए धन का सही ढंग से उपयोग हुआ या नहीं, यह पहली बारिश में ही स्पष्ट हो गया है। जिस भव्य और दिव्य अयोध्या की परिकल्पना मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की थी, उसकी पोल पहली ही बारिश में खुल गई है। राम मंदिर में पानी की समस्या और अयोध्या के अन्य हिस्सों में भी इसका असर दिख रहा है।

इस प्रकार, अयोध्या के विकास के दावों की असलियत पहली बारिश ने उजागर कर दी है। स्थानीय निवासियों और आने वाले श्रद्धालुओं के लिए यह स्थिति चिंता का विषय बनी हुई है। अयोध्या के भविष्य के विकास के लिए इन समस्याओं का समाधान आवश्यक है ताकि शहर वासियों को राहत मिल सके।