ऑर्गेनिक फार्मिंग करके राकेश दूसरे किसानों के लिए बने प्रेरणा

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फरीदाबाद/हरियाणा: फरीदाबाद  के गांव मच्छगर में रहने वाले राकेश धनकड़ ने एयरटेल, आइडिया, फिलिप्स जैसी मल्टीनेशनल टेलीकॉम कंपनियों में नौकरी की। मगर राकेश को अपनी मिट्टी से इतना प्रेम और लगाव था कि, उन्होंने नौकरी छोड़कर जैविक विधि से खेती अपनाई है। वे जैविक विधि से सब्जी एवं अन्य फसलों को उगाकर हर साल लाखों रुपये का मुनाफा ले रहे हैं।

इतना ही नहीं उन्होंने आस-पास के कई गांवों के किसानों को जैविक विधि से खेती का प्रशिक्षण दिया है। उनका कहना है कि, अगर वैज्ञानिक तरीके से खेती की जाए तो यह फायदे का सौदा है।

राकेश धनखड़ की गिनती आज जिले के प्रगतिशील किसानों में की जाती है। राकेश धनखड़ पिछले 15 सालों से जैविक खेती कर रहे हैं। उनसे पहले उनके पिताजी धर्मपाल धनखड़  भी  पारंपरिक खेती-बाड़ी करते थे, जिन्होंने बाद में जैविक खेती को अपनाया और अब उसी को ही उनके बेटे राकेश धनखड़ आगे बढ़ा रहे हैं। बता दें कि, राकेश धनखड़ MBA ग्रेजुएट है। राकेश ने एयरटेल, आइडिया, फिलिप्स जैसे नामी-गिरामी टेलीकॉम कंपनियों के साथ नौकरी की है।

जिसके बाद उन्होंने नौकरी छोड़ अपने पिताजी के द्वारा की जा रही ऑर्गेनिक खेतीको अपनाया और अब पूरे समय अलग-अलग मौसम की फसलें उगाते हैं।

राकेश धनखड़ बताते हैं कि, देश की बड़ी-बड़ी नामी कंपनियों में 15 साल की नौकरी की। उन्हें कहीं ना कहीं अपनी मिट्टी की खुशबू की कमी खलती थी, जिसमें वह खेलकर पले बढ़े हुए। जिसके कारण उन्होंने नौकरी छोड़कर खेती-बाड़ी को अपनाया और अब वे व्यावसायिक तौर पर अब अलग-अलग मौसम में फसल उगाते हुए सरकार की योजनाओं का लाभ लेकर खेती-बाड़ी कर रहे हैं।

राकेश ने बताया कि, ऑर्गेनिक फार्मिंग में लागत बहुत कम आती है। जबकि उत्पादों की कीमत अधिक मिलती है। इसलिए किसान सामान्य खेती के मुकाबले केमिकल फ्री फार्मिंग में ज्यादा कमाई कर लेते हैं। मंडी में कारोबारी उनकी सब्जियों का इंतजार करते हैं। मंडी में पहुंचते ही सब्जियां हाथों-हाथ अच्छे दाम में बिक जाती हैं।

रिपोर्ट: मनोज सूर्यवंशी