आरजीकॉन 2024: नामी मेडिकल एक्सपर्टों ने सिर और गर्दन के कैंसर के इलाज, रोकथाम और स्वास्थ्य लाभ लिए रोड मैप तैयार किया

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नई दिल्ली/डेस्क: राष्ट्रीय राजधानी में आयोजित आरजीकॉन 2024 में एकत्रित हुए विश्व के नामचीन डॉक्टरों और मेडिकल एक्सपर्टों ने आज विस्तार से कैंसर की देखभाल, निदान, रोकथाम और स्वास्थ्य लाभ, खासकर सिर और गर्दन के कैंसर के संबंध में हुई तरक्की को साझा किया और चुनौतियों को पार पाने के लिए गहन विचार-विमर्श किया और इसके इलाज तक पहुंच और उसका किफायतीपन सुनिश्चित करने हेतु रास्ते निकालने के लिए समूचे चिकित्सा समाज का आव्हान किया।

यह 22वां वार्षिक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन ‘सिर और गर्दन का कैंसर: देखभाल से उत्तरजीविता तक का रास्ता’ विषय पर केंद्रित है। कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों में राष्ट्रीय कैंसर संस्थान और एम्स दिल्ली के ओटोरहिनोलारिंजोलॉजी विभाग के डायरेक्टर प्रो अलोक ठक्कर मुख्य अतिथि के तौर पर अन्य के साथ शामिल थे।

उल्लेखनीय है कि भारत में सबसे ज्यादा सिर और गर्दन के कैंसर के मामले सामने आते हैं, जोकि वैश्विक मामलों का 30-35 प्रतिशत हैं। भारत में पता चलने वाले सभी कैंसर के मामलों में से 17% मामले अकेले सिर और गर्दन के होते हैं। ग्लोबोकॉन 2020 के अनुसार वर्ष 2040 तक भारत में कैंसर के 2.1 मिलियन अनुमानित नये मामले होंगे, जो कि वर्ष 2020 की तुलना में संभावित 57.5 प्रतिशत ज्यादा होंगे।
पुरुषों में पाए जाने वाले कैंसर के मामलों में से 26% और स्त्रियों में 8% मामले सिर और गर्दन के कैंसर के होते हैं। मुख गुहा (ओरल कैविटी) एचएनसी में सबसे ज्यादा आम होती है।

इस साल के सम्मेलन में सिर और गर्दन के कैंसर के इलाज के चार मुख्य स्तम्भों – सर्जरी, रेडिएशन, मेडिकल ऑन्कोलॉजी और पैथोलॉजी की विशेषज्ञता एक स्थान पर दिखी। सम्मेलन में चिकित्सक समुदाय ने सिर और गर्दन के कैंसर के इलाज के लिए अपनी विशेषज्ञता दर्शाई और मरीजों की देखभाल और इलाज के परिणाम बेहतर करने के लिए अत्याधुनिक ज्ञान, तकनीकों और गहन जानकारी साझा की।
आधारभूत शोध, असल क्लीनिकल प्रैक्टिस के पैटर्न और डाटा पर गहन विचार-विमर्श के जरिए सम्मेलन ने जहां एक ओर ज्ञान के विस्तार में सहायता की, वहीं दूसरी ओर सभी प्रतिभागियों के लाभ के लिए सिर और गर्दन के कैंसरविज्ञान के क्षेत्र की ताजा जानकारी साझा की।

आरजीकॉन 2024 की आयोजन समिति में डॉ मुदित अग्रवाल, यूनिट हैड एवं सीनियर कंसलटेंट, हैड एंड नैक ऑन्कोलॉजी, डॉ मुनीश गैरोला, डायरेक्टर, रेडिएशन ऑन्कोलॉजी, डॉ सुमित गोयल, एसोसिएट डायरेक्टर, मेडिकल ऑन्कोलॉजी, डॉ रजत साहा, सीनियर कंसलटेंट, मेडिकल ऑन्कोलॉजी, डॉ सुनील पसरीचा, सीनियर कंसलटेंट पैथोलॉजी और डॉ विकास अरोड़ा, कंसलटेंट, सर्जिकल ऑन्कोलॉजी शामिल हैं।