नई दिल्ली/डेस्क: भारत ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ केप टाउन टेस्ट मैच को 7 विकेट से जीतकर सीरीज में 1-1 की बराबरी कर ली है। इस मैच को दो दिन में पूरा कर लिया गया था, जिसके बाद केपटाउन की पिच पर सवाल उठने लगे है।
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने भी इस पिच को लेकर ICC और मैच रेफरी पर सवाल उठाए हैं और उन्हें दोहरे मापदंड के लिए जिम्मेदारी ठहराया है। उन्होंने भारत में स्पिन पिचों की निंदा करने वालों की भी जमकर क्लास लगाई।
क्या बोले रोहित?
रोहित ने कहा, “केपटाउन की पिच टेस्ट मैच के लिए आदर्श नहीं थी। जब तक भारतीय पिचों के बारे में कोई शिकायत नहीं करता, तब तक मुझे इस तरह की पिचों पर खेलने में कोई आपत्ति नहीं है। भारत में टर्निंग ट्रैक की आलोचना की जाती है। यहां तक कि वर्ल्ड फाइनल की पिच पर भी सवाल उठाए गए थे। ICC को इस पर गौर करना चाहिए।”
उन्होंने वर्ल्ड कप फाइनल की पिच को “औसत दर्जा” देने से इनकार किया और मैच रेफरी से न्यूट्रल होकर पिच की रेटिंग करने की मांग की। रोहित ने कहा, “मैं मैच रेफरी से आग्रह करता हूं कि उसे (पिच पर) क्या है उसे देखकर रेंटिंग करें। किसी देश को देख कर पिच की रेटिंग की जानी चाहिए। रेटिंग के लिए एक पैमाना होना चाहिए और मैच रेफरी को न्यूट्रल होकर उस पैमाने पर पिच का आंकलन करना चाहिए।”
रोहित ने इस तरह की पिचों पर खेलने की चुनौती को स्वीकार किया और कहा, “टेस्ट क्रिकेट में आप खुद को चुनौती देने के लिए ही आते हैं। जब हमारे सामने ऐसी चुनौती आती है, तो हम उसका सामना करते हैं। भारत में भी ऐसा ही होता है, लेकिन पहले ही दिन अगर पिच टर्न लेना शुरू कर देती है, तो लोग ‘धूल का झोंका! धूल का गुबार’ के बारे में बात करना शुरू कर देते हैं।”
मैच में साउथ अफ्रीका को 107 ओवर्स में ही हराकर भारत ने जीत हासिल की। रोहित ने टीम की तारीफ करते हुए कहा, “हमने बहुत अच्छी वापसी की। हमारे गेंदबबाजों ने दूसरे टेस्ट में अच्छी गेंदबाजी की और मैच पर भारत की पकड़ बनाई। सिराज, बुमराह, मुकेश और प्रसिद्ध को क्रेडिट देना चाहूंगा।”
साउथ अफ्रीका के कोच ने भी उठाए सवाल
साउथ अफ्रीका के कोच ने भी पिच को खराब बताते हुए कहा, “ब्राम मोंग को जानता हूं, वह अच्छा क्यूरेटर है, लेकिन कभी कभार अच्छे क्यूरेटर भी खराब चीज या गलती कर बैठते हैं। इससे वह खराब क्यूरेटर नहीं होता, लेकिन उसने इस विकेट को जरूरत से ज्यादा तैयार कर दिया।
लेखक: करन शर्मा