‘जिन्होंने राम की भक्ति की, सत्ता उसे मिली’ RSS नेता इंद्रेश कुमार का Exclusive Interview

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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नेता इंद्रेश कुमार
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नेता इंद्रेश कुमार

नई दिल्ली/डेस्क: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नेता इंद्रेश कुमार अपने एक बयान को लेकर इस समय काफी चर्चा में हैं। उन्होंने हाल ही में दिए अपने बयान में बीजेपी को जहां अहंकारी बताया तो वहीं विपक्षी इंडिया ब्लॉक को ‘राम विरोधी’ करार दिया।

“जिन्होंने राम की भक्ति की, सत्ता उसे मिली”

न्यूज़ इंडिया से खास बातचीत में आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार ने अपने इस बयान पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा, “जो राम भक्त हैं, जिन्होंने मिलजुल कर एनडीए ग्रुप बनाया है। श्री नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री के रूप में स्वीकार करते हुए उन्होंने शपथ ले ली है। इसलिए राम भक्त अब सत्ता संचालन में हैं और राम विरोधी सत्ता से बाहर हैं।” इसी के साथ उन्होंने न्यूज़ इंडिया के जरिए देश के लोगों से अपील करते हुए कहा, “आने वाला कल का जो भारत निर्माण होने जा रहा है। पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में उस भारत के निर्माण में मदद करें।”

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RSS नेता इंद्रेश कुमार के इस बयान पर शुरू हुआ विवाद

RSS नेता इंद्रेश कुमार ने अपने बयान में कहा था, “राम सबके साथ न्याय करते हैं। 2024 के लोकसभा चुनाव को ही देख लीजिए। जिन्होंने राम की भक्ति की, लेकिन उनमें धीरे-धीरे अहंकार आ गया। उस पार्टी को सबसे बड़ी पार्टी घोषित कर दिया। लेकिन जो उसको पूर्ण हक मिलना चाहिए, जो शक्ति मिलनी चाहिए थी, वो भगवान ने अहंकार के कारण रोक दी।” इसी के साथ उन्होंने आगे कहा, जिन्होंने राम का विरोध किया, उन्हें बिल्कुल भी शक्ति नहीं दी।

आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार ने आगे कहा, जिस पार्टी ने भक्ति की, लेकिन वह अहंकारी हो गई, उसे 241 पर रोक दिया गया। लेकिन उसे सबसे बड़ी पार्टी बना दिया गया। वहीं जिनकी राम में कोई आस्था नहीं थीं, उन्हें एक साथ 234 पर रोक दिया गया।

लेखक-प्रियंका लाल