नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में अगले साल 2025 में आयोजित होने वाले महाकुंभ के दौरान आम लोगों के सुरक्षा के लिए राज्य सरकार और केंद्र सरकार कड़े इंतजाम किए है. आयोजन स्थल से लेकर Railway Station सहित पूरे शहर भर में सुरक्षा के लिए प्रशासन और सरकार व्यवस्था में लगी है.
8 Railway Station से लगभग 10 करोड़ लोगों की आवाजाही
महाकुंभ 2025 को दिव्य और भव्यता के साथ सुरक्षित बनाने के लिए न केवल मेला क्षेत्र बल्कि प्रयागराज में रेलवे स्टेशनों पर भी सुरक्षा में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है. जानकारी के अनुसार महाकुंभ के दौरान प्रयागराज के सभी 8 रेलवे स्टेशनों से लगभग 10 करोड़ लोगों का ट्रेन से आवाजाही का अनुमान है. इसे लेकर रेलवे सुरक्षा और व्यवस्था के सारे इंतजाम कर रही है.
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प्रयागराज रेल मंडल द्वारा महाकुंभ के दौरान Railway Station पर सुरक्षा के लिए पहली बार CCTV कैमरों के साथ FR कैमरे भी लगाए जा रहे हैं. FR कैमरे और AI की मदद से संदिग्ध गतिविधियों और अराजक तत्वों पर नजर रखी जाएगी.
AI तकनीक से काम करते हैं FR कैमरे
प्रयागराज रेल मण्डल के PRO अमित सिंह ने बताया कि श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए महाकुंभ को सुरक्षित और सुगम बनाने के लिए प्रयागराज रेल मंडल द्वारा सुरक्षा के सारे इंतजाम किए गए हैं. इसमें AI बेस्ड FR कैमरे लगाए जा रहे है. अमित सिंह ने बताया कि फेस रिकग्निशन और FR कैमरे के AI तकनीक की मदद से आसानी से संदिग्धों को भीड़ में भी पहचान कर तलाश लेते हैं. जिससे भीड़ में होने वाली संदिग्ध गतिविधियों या भगदड़ जैसी स्थिति को बनने से पहले काबू किया जा सकता है. FR कैमरे किसी भी असमान्य घटना को आसानी से पकड़ सकते हैं, उन पर तत्काल प्रतिक्रिया कर दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है.
100 FR कैमरे से रखी जाएगी संदिग्ध पर नजर
अमित सिंह ने बताया कि महाकुंभ के दौरान Railway Station की सुरक्षा के लिए लगभग 650 CCTV कैमरों के साथ पहली बार 100 FR कैमरे भी लगाए जाएंगे. प्रयागराज शहर में आने वाले सभी 8 रेलवे स्टेशनों के आने जाने के रास्ते , आश्रय स्थल, प्लेटफार्मों को भी कैमरों की नजर में रखा जाएगा. रेलवे स्टेशनों पर ये सुरक्षा के सभी उपाय दिसंबर के अंत लगा दिए जाएंगे. महाकुंभ की शुरुआत से पहले जनवरी में ये सभी उपकरण कार्य करने लगेंगे.
भीष्म क्यूब के साथ 200 लोगों का एक साथ उपचार
महाकुंभ-2025 में आपात स्थितियों से निपटने के लिए योगी सरकार ने व्यापक तैयारी की है। महाकुंभ में पहली बार भीष्म क्यूब की तैनाती की जा रही है, जो अत्याधुनिक तकनीक से युक्त क्रांतिकारी मोबाइल अस्पताल है। गौरतलब है कि 22 जनवरी 2024 में अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान भी भीष्म क्यूब की तैनाती की गई थी।
संयुक्त निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य प्रयागराज डॉ. वी.के. मिश्रा ने बताया कि एक भीष्म (बैटलफील्ड हेल्थ इंफॉर्मेशन सिस्टम फॉर मेडिकल सर्विसेज) क्यूब 200 लोगों का एक साथ उपचार कर सकता है। भीष्म क्यूब में सर्जिकल सुविधाएं, डायग्नोस्टिक टूल्स और रोगी के देखभाल से संबंधित सभी सुविधाएं मौजूद हैं। ये बेहद मजबूत, वाटरप्रूफ और हल्के हैं। इससे तुरंत इलाज की सुविधा शुरू की जा सकती है। यह चिकित्सा सेवाओं के प्रभावी समन्वय, वास्तविक समय में निगरानी और कुशल प्रबंधन को सुगम बनाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और डाटा एनालिटिक्स को एकीकृत करता है।