उत्तर प्रदेश: यूं तो कानून कहता है कि बालिग लड़की को हक है कि वह अपना भविष्य स्वयं चुन सकती है और अपनी पसंद के लड़के के साथ रह सकती है, लेकिन समाज में आज भी कुछ लोग इसे बदनामी समझ कर गुनाह करने को तैयार हो जाते हैं. ऐसा ही एक मामला सामने आया है. जिसमें प्रेमिका के परिजनों ने दोनों को एक साथ मिलते पाकर फावडे से काट कर दोनों को मौत के घाट उतार दिया है.
मामला बदायूं के बिल्सी थाना क्षेत्र के परौली ग्राम से सामने आया. जहां सजातीय दलित लड़का-लड़की ढाई साल से प्रेम करते थे. परिजनों से छिप-छिप कर मिलते थे, मंगलवार प्रातः 4:30 बजे के लगभग गांव का ही बीस बर्षीय सचिन नीतू पुत्री महेश से मिलने नीतू के घर आया था. दोनों को बात करते सुन नीतू का पिता महेश जाग गया, उन्हें साथ-साथ देखा, तो लड़की के पिता और परिजनों ने फावडे से बेटी और उसके प्रेमी को काटकर मार डाला.
उसके बाद पिता ने कोतवाली पहुंच कर आत्मसमर्पण कर दिया, पुलिस ने दोनों के शव को पोस्टमार्टम को भेज दिया और हत्या का मामला पंजीकृत कर अग्रिम कार्रवाई में जुट गई है.