शरद पवार को मिली Z+ सिक्योरिटी, जानें इसके पीछे का मुख्य कारण

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Sharad Pawar: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री शरद पवार को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) से सुरक्षा मुहैया कराने को कहा है। इस कार्य के लिए सीआरपीएफ के 55 सशस्त्र जवानों की एक टीम को तैनात किया गया है । बात दें कि सुरक्षा एजेंसियों को शरद पवार के जान के खतरे की आशंका जताई है।

शरद पर को लेकर केंद्रीय एजेंसियों ने किया अलर्ट

केंद्रीय एजेंसियों ने शरद पवार को लेकर अलर्ट जारी किया है. जिसमें पवार पर खतरे की आशंका जताई है। जिसके बाद पवार को मजबूत सुरक्षा प्रदान करने की सिफारिश की है।

‘जेड प्लस’ सुरक्षा सशस्त्र वीआईपी सुरक्षा की सर्वोच्च श्रेणी है. वीआईपी सुरक्षा श्रेणी का वर्गीकरण उच्चतम ‘जेड प्लस’ से शुरू होता है. इसके बाद ‘जेड’, ‘वाई प्लस’, ‘वाई’ और ‘एक्स’ आते हैं. ‘जेड प्लस’ सुरक्षा में 55 जवानों को तैनात किया जाता है. जबकि जेड सुरक्षा में 33 सुरक्षागार्ड तैनात किये जाते हैं. वाई प्लस कैटेगरी में 11 कमांडो को तैनात किया जाता है. वहीं वाई श्रेणी में 8 सुरक्षागार्ड को तैनात किया जाता है ।

शरद पवार की राजनीतिक अहमियत को देखते हुए मिली सुरक्षा

आपको बता दें कि शरद पवार महाराष्ट्र के एक अनुभवी और प्रभावशाली नेता हैं, जिनका राजनीतिक कद बहुत बड़ा हैं। राज्य और केंद्र, दोनों ही जगहों पर उनके प्रशंसक और समर्थक मौजूद हैं, हालांकि पिछले एक साल में एनसीपी में विभाजन हुआ और कई नेता शरद पवार का साथ छोड़ गए, लेकिन उन्होंने अपने धैर्य को बनाए रखा था । अपने राजनीतिक अनुभव और सूझबूझ के कारण वह अभी भी महाराष्ट्र की राजनीति में अहम भूमिका निभा रहे हैं।